गरुण पुराण: पत्नी के साथ ऐसा व्यवहार करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में बनता है चकवा पक्षी
जीवन मंत्र | 20 Jan 2022, 4:38 PMगरुण पुराण मृत्यु के बाद नए जीवन की परिकल्पना पर आधारित है। इसमें कर्म के अनुसार फलों की व्याख्या की गई है।
Basant Panchami 2022: बसंत पंचमी पर बन रहा खास योग, जानिए शुभ मुहूर्त, मंत्र और पूजा विधि
घर में लगाएं कनेर का चमत्कारी पौधा, मां लक्ष्मी की बनी रहेगी कृपा
रातों रात किस्मत बदल डालता है नीलम , लेकिन इन राशियों के जातक ना पहनें ये रत्न
Subhash Chandra Bose Jayanti 2022: सुभाष चंद्र बोस के ये विचार आपके अंदर भर देंगे देशभक्ति का जज्बा
गरुण पुराण मृत्यु के बाद नए जीवन की परिकल्पना पर आधारित है। इसमें कर्म के अनुसार फलों की व्याख्या की गई है।
अपने घर का सपना देख रहे हैं तो कुछ ज्योति उपाय आजमा कर देख सकते हैं। इनसे अपने घर की चाहत पूरी करने में आ रही दिक्कतें दूर हो सकती हैं।
अगर मां लक्ष्मी की कृपा चाहते हैं तो किन बातों का ध्यान रखें। इसी तरह आचार्य ने एक श्लोक के माध्यम से बताया है कि किन जगहों से मां लक्ष्मी खुद चलकर आती हैं।
अगर जीवन में व्यापार एकदम रुक गया हो, विकास हो ही नहीं रहा हो और बड़ी बेटी परेशान हो तब आपको अपने घर के पेंट का ख्याल रखना चाहिए।
गरुड़ पुराण में विस्तार से बताया गया है कि कर्मों के आधार पर ही किसी व्यक्ति अपने अगले जनम में किस रूप में जन्म लेता है।
माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का बड़ा ही महत्व है । इस दिन भगवान गणेश की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए इस दिन विधि-विधान के साथ पूजा करनी चाहिए।
माघ महीने का भी बहुत महत्व है। जानिए इस महीने में कौन से कार्य किये जाने का विधान है, साथ ही इससे क्या शुभ फल मिलते हैं।
जिस व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति शुभ स्थिति में होता है तो उसके लिए पुखराज बहुत ही फलदायी साबित हो सकता है। जानिए किन लोगों के लिए हैं फायदेमंद और किन लोगों के लिए हैं हानिकारक
शमी के पौधे को हिंदू शास्त्रों में बहुत ही पवित्र और चमत्कारी माना गया है। इसे लगाने से वास्तु दोष मिट जाते हैं।
केतु छठे और राहु बारहवें भाव में हो तथा इसके बीच सारे ग्रह आ जाएं तो कालसर्प योग बनता है। जानिए इसके लक्षण और किन लोगों को लगता है ये दोष।
अगर आपको कुंडली में मंगल ग्रह खराब होने के संकेत मिल रहे हैं तो हनुमान जी की पूजा-अर्चना शुरू कर दें। इसके साथ ही इन ज्योतिषी उपायों को अपना सकते हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए गुरुवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
संपादक की पसंद