Holi 2022: होलिका दहन के दिन खाने की इन चीजों से बना लें दूरी, नहीं तो आ सकती है परेशानियां
जीवन मंत्र | 17 Mar 2022, 10:20 AMहोलिका दहन के दिन कुछ ऊर्जाएं आस-पास होती हैं, जो आपके ऊपर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डालती हैं।
Chanakya Niti: जीवन में सफलता पाना चाहते हैं, तो ध्यान रखें ये बातें
Vastu Tips: होटल की इस दिशा में बनवाएं पूजा घर और कैफिटेरिया , होगा शुभ
Aaj Ka Panchang 19 March 2022: जानिए शनिवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल
Vastu Tips: इन व्यवसाय से जुड़े लोगों को होली पर करना चाहिए ऐसे रंगों का प्रयोग, मिलेगा लाभ
Aaj Ka Panchang 18 March 2022: जानिए होली के दिन शुक्रवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल
Holi 2022: होलिका दहन में अर्पित करें ये चीजें, साल भर होगी बरकत, चमकेगी किस्मत
Holi 2022: होलिका दहन की राख को घर लाकर इस जगह पर रख दें, कभी नहीं रहेगी पैसों की कमी
होलिका दहन के दिन कुछ ऊर्जाएं आस-पास होती हैं, जो आपके ऊपर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डालती हैं।
मान्यता है कि होलिका दहन के समय अगर कुछ विशेष उपाय किए जाए तो बड़े से बड़े संकटों को टाला जा सकता है।
मान्यताओं के अनुसार जैमिनी सूत्र में इसका आरम्भिक शब्दरूप ‘होलाका’ बताया गया है। वहीं हेमाद्रि, कालविवेक में होलिका को ‘हुताशनी’ कहा गया है। वहीं भारतीय इतिहास में इस दिन को भक्त प्रहलाद की जीत से जोड़कर देखा जाता है।
वैवाहिक जीवन में छोटी-छोटी बाते बड़ा रूप ले लेती हैं। इसलिए आपको अपने गुस्से पर काबू रखना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार छः अलसी की बाली और तीन गेंहू की बाली होली की अग्नि में जला दें।
घर में शंख रखने से वास्तु दोषों से छुटकारा मिलता है, साथ ही धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है।
आचार्य इंदु प्रकाश ने कुछ ऐसे उपाय बताये हैं जिन्हें अपनाकर आप बुरी नजर से खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए गुरुवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल होलिका दहन 17 मार्च को मनाई जाएगी जबकि18 मार्च को होली खेली जाएगी। वहीं इसके ठीक पांच दिन बाद यानी 22 मार्च को रंगपंचमी मनाया जाएगा। आइए जानते हैं रंगपंचमी का शुभ मुहूर्त और इसे बनाने की वजह।
वास्तु शास्त्र के अनुसार होटल में सीढ़ियों के लिये दक्षिण दिशा, पश्चिम दिशा या फिर नैऋत्य कोण का चुनाव करना अच्छा रहता है।
इस रत्न को पहनने से व्यापार में तरक्की होने लगता है। इसके साथ ही जिन बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है या जो सबकुछ जल्दी भूल जाते हैं उनके लिए भी ये रत्न शुभ माना गया है।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए बुधवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल।
संपादक की पसंद