Chaitra Navratri 2022: पहले दिन ऐसे करें माता शैलपुत्री की पूजा, धन-धान्य, ऐश्वर्य और सौभाग्य की होगी प्राप्ति
जीवन मंत्र | 01 Apr 2022, 1:30 PMमां शैलपुत्री के दो हाथों में से दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल सुशोभित है।
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वास्तु टिप्स: नवरात्रि का कलश स्थापित करते वक्त रखें इन बातों का ध्यान, वरना हो सकती है दिक्कत
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मां शैलपुत्री के दो हाथों में से दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल सुशोभित है।
सूर्य देव को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण करना चाहिए। इसके बाद किसी गरीब या ब्राह्मण को भोजन करना चाहिए।
कुछ लोग कलश के ऊपर रखी गयी कटोरी में ही घी का दीपक जला लेते हैं। ऐसा करना उचित नहीं है।
आचार्य चाणक्य इस बात पर जोर दिया है कि हर किसी को रिश्ते की कदर करनी चाहिए।
घर के मुख्य द्वार पर न्यग्रोध या आम के पत्तों का तोरण लगा कर महेंद्र, ब्राह्मी, दिगंबर कुमार तथा असितांग भैरव को स्मरण करना चाहिये।
Chaitra Navratri 2022: इस बार चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है और 11 अप्रैल को 2022 तक रहेगा।
वास्तु के अनुसार रसोईघर के लिए दक्षिण पूर्व दिशा यानी आग्नेय कोण का चुनाव करना चाहिए। इस दिशा का स्वामी ग्रह शुक्र है तथा देवता अग्नि है।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं शुक्रवार का शुभ मुहूर्त, राहुकाल, पंचांग और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
अगर आपकी शादी में देरी हो रही है या बाधा आ रही है तो आप हस्त रेखा के माध्यम से आप इसके पीछे का कारण और विकल्प जान सकते हैं।
अप्रैल का महीना अमावस्या से शुरू हो रहा है और अमावस्या के साथ ही माह खत्म हो रहा है। इस माह राहु-केतु गोचर भी कर रहे हैं और सूर्य ग्रहण भी है। आइए जानते हैं कि अप्रैल माह में कौन-कौन से व्रत और त्यौहार कब पड़ने वाले हैं।
भगवान विष्णु को जगत का पालन हार भी कहा लिहाजा उनके आशीर्वाद से मनुष्य को सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है।
आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों में इन बातों पर खास ध्यान दिया है कि किन बातों को हमें किसी से नहीं बताना चाहिए।
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