धर्म डेस्क: श्री कृष्ण जन्माष्टमी 25 अगस्त को पूरे भारत में जोरो-शोरो से मनाई जा रही हैं। इस बार जन्माष्टमी में 52 साल बाद विशेष संयोग पड़ा हैं। जिसके कारण इस दिन पूजा-अर्चना करना काफी फलदायी साबित हो सकता हैं। इस दिन रात को 12 बजे भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता हैं। इस दिन व्रत भी रखा जाता हैं।
ये भी पढ़े-
- जानिए, आखिर श्री कृष्ण ने देवकी के गर्भ से ही क्यों लिया जन्म...
- भाद्रपद माह की अष्टमी के कृष्ण पक्ष में ही क्यों मनाई जाती है जन्माष्टमी, जानिए
- 52 सालों बाद जन्माष्टमी में अनोखा संयोग, इस मुहूर्त में करें पूजा
भाद्र पद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन भगवान की पूजा-अर्चना सच्चे मन से करना चाहिेए। जिससे आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो। इसीलिए इस दिन श्री कृष्ण को राशि के अनुसार भोग लगाना चाहिए। जिससे आपके ऊपर उनकी कृपा हमेशा बनी रहें। जानिए राशिनुसार भगवान की पूजा कैसे करनी चाहिए।
मेष राशि
इस राशि के जातक गाय को कुछ मीठा खिलाकर श्री कृष्ण की पूजा करें। साथ ही इस मंत्र का जाप करें-
ऊं कमलनथाय नम:
वृष राशि
इस राशि के जातक दूध से बनी चीजों और रसगुल्लों से भगवान को भोग लगाएं। साथ ही इस मंत्र का जाप करें-
ऊं वासुदेवाय नम:
मिथुन राशि
जन्माष्टमी के दिन इस राशि के जातर गाय को हरी घास या फिर पालक खिलाएं। श्री कृष्ण को मिश्री का भोग लगाकर पूजन करें। साथ ही इस मंत्र का जाप करें।
ऊं गोविन्दाय नम:
कर्क राशि
इस राशि के जातक थोड़े से आटे में मिश्री लेकर भगवान को भोग लगाएं इसे सभी को प्रसाद के रुप में बांट दें। साथ ही इस मंत्र का जाप करें।
ऊं हिरण्यगर्भाय अव्यत्तरूपिणे नम:
अगली स्लाइड में पढ़े और राशियों के बारें में