बता दें कि13 तारीख को ही चतुर्दशी तिथि संपूर्णरूप से निशीथव्यापनी रहेगी। पूर्वी भारत में जहां स्थानीय रात्रिमान के अनुसार निशीथकाल 14 फरवरी को रात 12 बजकर 47 मिनट पर समाप्त हो रहा है वहां 14 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत किया जा सकता है।
शास्त्रों में महाशिवरात्रि व्रत को लेकर एक और बात कही गई है कि मंगलवार, रविवार और शिवयोग में यह व्रत विशेष शुभ और पुण्यदायी हो जाता है।