नई दिल्ली: चंद्र ग्रहण के दिन यानी 27 जुलाई को ही गुरु पूर्णिमा भी है, इसलिए इस ग्रहण का महत्व आम लोगों की लाइफ में कई ज्यादा बढ़ जाता है। बता दें, चंद्रग्रहण की शुरुआत चंद्रमा के उदय के साथ रात 11 बजकर 54 मिनट से होगी। ग्रहण का मध्यकाल रात 1 बजकर 54 मिनट पर होगा और ग्रहण की समाप्ति 3 बजकर 49 मिनट पर होगी। इस तरह ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 55 मिनट की होगी।खास बात यह है कि यह चंद्र ग्रहण भारत के अलवा ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोपीय देशों व अंर्टाकटिका में भी देखा जा सकेगा।ऐसे में जब यह ग्रहण कई मायनों में खास रहने वाला है तो आइए जानते हैं यह दिन क्यों हैं खास और इस दिन क्या करें और क्या नहीं...
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चंद्र ग्रहण से जुड़ी खास बातें
-इस ग्रहण के बाद साल 2099 तक दोबारा नहीं दिखेगा इतना लंबा चंद्रग्रहण।-यह चंद्रग्रहण ग्रहण करीब 4 घंटे तक चलेगा ।
-इस चंद्रग्रहण की शुरुआत रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगी और 3 बजकर 55 मिनट तक रहेगा ये ग्रहण।
इस चंद्र ग्रहण के दौरान चांद का रंग एकदम लाल हो जाएगा, इस वजह से इसे ब्लड मून का नाम दिया गया है।
क्या कर सकते हैं-
- इस काल में कच्ची सब्जियां और फल पूरी तरह से खाए जा सकते हैं क्योंकि उनमें किसी प्रकार के कोई बदलाव देखने को नहीं मिलते।
- घर में रखे हुए पानी में कुशा डाल देनी चाहिए, इससे पानी दूषित नहीं होता है।
- गा आदि पवित्र नदियों में स्नान कर यथा शक्ति दान अवश्य देना चाहिए।
- चन्द्रग्रहण के समय संयम रखकर जप-ध्यान करने से कई गुना फल होता है।
- ग्रहण पूरा होने पर सूर्य या चन्द्र, जिसका ग्रहण हो उसका शुद्ध बिम्ब देखकर भोजन करना चाहिए।
क्या न करें-
- ग्रहण के दौरान सिर पर तेल लगाना, खाना खाना और बनाना, वर्जित होता है। माना जाता है पका हुआ भोज्य पदार्थ ग्रहण लगने तक पूरी तरह से जहर में बदल जाता है।
- चंद्र ग्रहण के दौरान वायुमंडल में बैक्टीरिया और संक्रमण का प्रकोप तेजी से बढ़ जाता है। ऐसे में भोजन करने से संक्रमण अधिक होने की आशंका रहती है। इसलिए ग्रहण के दौरान भोजन खाने से बचना चाहिए।
- ग्रहण के समय पति और पत्नी को शारीरिक संबंध किसी भी कीमत पर नहीं बनाना चाहिए। इस दौरान यदि गर्भ ठहर गया तो संतान विकलांग तक या मानसिक रूप से विक्षिप्त तक हो सकती है।
- ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
हिंदू शास्त्रों के अनुसार किसी भी प्रकार का चंद्र ग्रहण कभी भी किसी रूप में शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण का प्रकोप किसी भी व्यक्ति पर पूरे 108 दिनों तक बना रहता है।