मकर राशि
गुरू का कन्या राशि में प्रवेश होने से सिंहस्थ वर्ष पूर्ण होगा जिससे आपके अब तक रुके हुए कार्यों में गति देखने को मिलेगी। आय के नए रास्ते प्राप्त कर सकेंगे। अहं, जिद, ममत्व या आवश्यकता से अधिक आत्मविश्वास में आए बिना अपने कार्यों में साथ ही जवाबदारियों में निष्ठा और प्रामाणिकता रखने से विशेष लाभ की प्राप्ति होगी।
सरकारी नौकरी करने वालों को हिसाब-किताब में जागरूक एवं सावधानी बरतनी पड़ेगी। सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव या आदेश में अनिच्छा से कार्य करेंगे परंतु वे कार्य कभी-कभी आपके लिए परेशानी का सबब हो सकते हैं। कानूनी कार्यवाही भी हो सकती है और उसके कारण आपके यश, सम्मान और प्रतिष्ठा को भी हानि हो सकती है।
इस कारण आपके मन पर बेकार ही बोझ बढ़ेगा और आप निराशा-हताशा का शिकार बनेंगे। आपके अपने परिवार के सदस्य भी आपको सच्चा मानने को तैयार नहीं होंगे। आपके स्वभाव में भावुकता की मात्रा बढ़ती दिखाई देगी। मन की चंचलता में वृद्धि होगी। आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी। कभी-कभी दुर्जन या पाखंडी लोगों के बीच न फँस जाएं इसका विशेष ध्यान रखें अन्यथा बड़े खर्च में पड़ जाएंगे। किसी कार्य को करने से पहले बड़ों अथवा विश्वासपात्र व्यक्ति की सलाह लें।
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