आज विश्वकर्मा जयंती है। विश्वकर्मा एक महान ऋषि , शिल्पकार और ब्रह्मज्ञानी थे। ऋग्वेद में भी उनका उल्लेख मिलता है । मान्यता है कि उन्होंने ही देवताओं के घर, नगर, अस्त्र-शस्त्र आदि का निर्माण किया था। हस्तिनापुर, द्वारिका, इंद्रपुरी, पुष्पक विमान, भगवान शिव का त्रिशूल जैसे कई भवनों और वस्तुओं के निर्माता विश्वकरमा ही हैं।
कर्ण का कुंडल, विष्णु का सुदर्शन चक्र आदि का निर्माण भी उन्होंने ही किया था। आज सुबह स्नान करके रोजाना उपयोग में आने वाली मशीनों को साफ कर उनको धूप दीप दिखाकर प्रणाम करना चाहिए। विश्वकर्मा पूजा के कुछ नियम बताए गए हैं । जिनका जरूर पालन करना चाहिए।
इस साल भगवान विश्वकर्मा जयंती 16 सितंबर को मनाई जाएगी। हर साल विश्वकर्मा पूजा हर साल कन्या संक्रांति के दिन 17 सितंबर को मनाई जाती है। इसके कारण कुछ जगहों पर 16 को तो कुछ जगहों पर 17 सितंबर को मनाई जाएगी।
- विश्वकर्मा पूजा वाले दिन औजारों, मशीन और उपकरणों की पूजा अर्चना करना चाहिए। इससे कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
- आज के दिन औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- इस दिन तामसिक भोजन यानी मांस-मंदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आपको रोजगार और व्यापार पर बुरा असर पड़ता है।
- विश्वकर्मा पूजा के दिन असहाय और गरीब लोगों को दान जरूर करना चाहिए। इससे आपके घर में बरकत बनी रहेगी।
- आपको बता दें कि भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पकार माना जाता है। इसलिए आज के दिन किसी भी औजार का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इसके अलावा अपनी औजारों को व्यस्थित तरीके से जरूर रखें।
- आज के दिन घर पर मौजूद बिजली के उपकरण, गाड़ी आदि की सफाई डरूर करे। इसके साथ ही गाड़ी आदि की अर्चना करे।
Vishwakarma Puja 2020: आज विश्वकर्मा पूजा, जानें महत्व-शुभ मुहूर्त और पूजन विधि