धर्म डेस्क: नवरात्र में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में नवरात्र के मौके पर वासवी कनिका परमेश्वरी मंदिर को 4.5 करोड़ रुपए और 4 किलोग्राम सोने से सजाया गया है। इस सजावट के कारण यह मंदिर देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। मंदिर की भव्यता और छटा श्रद्धालुओं को लुभा रही है। आइए, जानते हैं इस मंदिर का धार्मिक महत्व।
वासवी कनिका परमेश्वरी मंदिर में माता की मूर्ति को सोने के गहनों से सजाया गया है और मां के आभूषण तैयार होने में करीब 4 किलो सोना लगा है। वहीं, प्रतिमा के पीछे और मंदिर परिसर की सजावट में 4 करोड़ रुपया कैश लगा है। दरअसल, नवरात्र के मौके पर यहां हर वर्ष देवी की प्रतिमा का शृंगार खास शैली में किया जाता है। देवी का यह मंदिर करीब 130 साल पुराना है। इस मंदिर की सजावट को लेकर इस समय सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हो रही है।
इस मंदिर और वासवी देवी से जुड़ी जानकारी 18वीं शताब्दी में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा तेलुगु में लिखे गए वासवी पुरानमुलु में मिलती है। इसके अनुसार, देवी वासवी माता, आर्य वैश्य, कलिंग वैश्य, बेरी वैश्य और त्रिवर्निका वैश्य समाज की कुल देवी हैं। वासवी पुराण को अलग-अलग जातियों के लोगों द्वारा कई रुपों में संजोया गया हैं। कोमती जाति के लोग वासवी देवी को अहिंसा और शांति की देवी के रूप में पूजते हैं। ये वासवी देवी को 'शांति माता वासवी देवी' कहकर पुकारते हैं। देवी का यह मंदिर करीब 130 साल पुराना है। इस मंदिर की सजावट के लेकर इस सम सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है।
ऐसी ही नोटों की एक और सजावट तेलंगाना में देखने को मिली। जहां नवरात्र में 3 करोड़ 11 लाख कैश से सजाय़ा गया।
नवरात्र में तेलंगाना के गद्दवाल जिले के जोगुलाम्बा में कन्यका परमेश्वरी माता के मंदिर में माता को 3 करोड़ 11 लाख कैश से सजाया गया है। आर्य वैश्य संघ द्वारा जोगुलम्बा के स्थानीय मंदिर कनिका परमेश्वरी माता को नवरात्र के उपलक्ष्य में 3 करोड़ 11 लाख कैश से धनलक्ष्मी माता के अवतार में सजाया गया है, जिसमें 10 रुपए के नोट से लेकर 2000 के नोट को इस्तेमाल किया गया है, करेंसी नोट के साथ साथ चिल्लर कॉइन से भी सजाया गया है।
पिछले साल भी ऐसे ही माता को नवरात्र के समय सजाया गया था। पुजारियों ने सजाने से पहले माता को विशिष्ट पूजा किया। इस विशिष्ट पूजा में तेलंगाना के पूर्व विधायक डी. के. अरुणा भी भाग ली थी। अरुणा ने महिलाओं के साथ मिलकर कन्यका परमेश्वरी मंदिर में कुंकम अर्चना भी की थी। उसके बाद माता को करोड़ों रुपयों से धनलक्ष्मी के रूप में सजाया गया, माता की इस सजावट को देखने के लिए कई लोग कतार में लगे थे। आर्य वैश्य संघ के पुरुष और महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
Sri Ramulu(मंदिर मैनेजमेंट सदस्य) माता को धनलक्ष्मी के रूप सजाया गया, हमने 3 करोड़ 11 लाख रुपयों से धनलक्ष्मी माता की सजावट की है, माता की इस सजावट को देखने के लिए काफी भीड़ आई, पूर्व विधायक, चेयरपर्सन भी आये थे, हर साल की तरह इस साल भी हमने 3 करोड़ 11 लाख रुपये से माता की सजावट की है, माता की इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए हर किसी को धन्यवाद देना चाहता हूँ।