धर्म डेस्क: आज श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है, लेकिन तृतीया तिथि आज के दिन 05.45 पर ही समाप्त हो जायेगी, उसके बाद चतुर्थी तिथि लग जायेगी और हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत होता है। अतः आज वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। इसके साथ ही आज मंगलवार का दिन है और किसी भी पक्ष की चतु र्थी तिथि जब मंगलवार के दिन पड़ती है, तो अंगारकी चतुर्थी होती है। अतः आज अंगारकी वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी है।
अंगारकी चतुर्थी कर्ज से छुटकारा पाने के लिये बड़ी ही प्रशस्त है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मंगल एक तेज ग्रह है। मंगल का सीधा संबंध ताकत से है। मंगल मनुष्य की धमनियों में दौड़ते हुये खून से सम्बन्ध रखता है। मंगल अगर पॉजिटिव हो, तो ये खून दूसरों की रक्षा के लिये उबलता है, मनुष्य सेना में जाता है और देश के हित के लिये काम करता है। साथ ही अच्छे दाम्पत्य संबंध स्थापित करता है और व्यक्ति में जोश उत्पन्न करता है, जबकि मंगल के निगेटिव होने पर मनुष्य की ऊर्जा भी निगेटिव हो जाती है। वह गलत चीज़ों की तरफ आकर्षित होता है। उसकी ऊर्जा स्वार्थ की पूर्ति और लूट-खसोट के लिये खर्च होती है। साथ ही कमजोर मंगल दाम्पत्य संबंधों की ऊष्मा को नष्ट कर देता है, जीवन को रसविहीन कर देता है, जिससे किसी भी तरह के काम में मन नहीं लगता और बिजनेस में भी कई बार नुकसान उठाना पड़ जाता है। (14 अगस्त 2018 राशिफल: इन राशि वालों के कई रुके काम बनेंगे, गणेश जी को चढ़ाएं लड्डू )
अगर आपके जीवन में भी कुछ ऐसा चल रहा है तो इस अशुभ स्थिति से बचने के लिये और मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आज अंगारकी चतुर्थी के दिन आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
अगर आपके प्रेम-संबंधों में किसी प्रकार की खटपट चल रही है तो उस खटपट को दूर करने के लिये और जीवन में मुस्कुराहट भरने के लिये आज के दिन एक केले का पत्ता लेकर, उस पर केसरिया सिन्दूर में चमेली का तेल मिलाकर त्रिकोण बनाएं। अब उस त्रिकोण के बीच में एक चमेली के तेल की शीशी और एक डिब्बी में या कागज की पुड़िया में 50 ग्राम सिन्दूर रख दें और ये मंत्र पढ़ें- 'अवन्ती समुत्थं सुमेषानस्थ धरानन्दनं रक्त वस्त्रं समीड़े'।
ये मंत्र आहिल्या कामधेनु की पांडुलिपि से प्राप्त किया गया है। इसका अर्थ है अवन्ती से उठे हुए, पृथ्वी से उठे हुए सु मेष, यानी अच्छे मेष के आसन पर विराजमान धरती के पुत्र, लाल वस्त्र पहनने वाले मंगल मैं आपको प्रणाम करता हूं। इस मंत्र को पढ़ने के बाद चमेली का तेल और सिन्दूर हनुमान जी को चढ़ा दें, जबकि केले का पत्ता नदी में विसर्जित कर दें। आज के दिन ये उपाय करने से आपके प्रेम-संबंधों में चल रही खटपट जल्द ही दूर होगी और जीवन में मुस्कुराहट भरेगी। (Raksha Bandhan 2018: जानिए कब है रक्षाबंधन, इस शुभ मुहूर्त में बांधे राखी )
वृष राशि
अगर आप अपने मन और मस्तिष्क को तंदरुस्त बनाये रखना चाहते हैं तो आज के दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनने चाहिए और भगवान गणेश की विधि-पूर्वक पूजा करनी चाहिए। उसके बाद श्री गणेश के मंत्र का जाप करना चाहिए।
मंत्र इस प्रकार है-
'गं गणपतये नमः।'
आज के दिन आपको इस मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए। आज के दिन इस मंत्र का जाप करने से आपका मन और मस्तिष्क दोनों स्वस्थ रहेंगे।
अगली स्लाइड में पढ़ें और राशियों के बारें में