पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और अपनी इच्छानुसार दक्षिणा दें। और आप भी शाम के समय भोजन ग्रहण करें। आपने जो प्रसाद में लड्डू चढाएं है। उसमें से 5 लड्डू निकाल कर बचे हुए लड़्डू को प्रसाद के रुप में बांट दें।
भगवान गणेश ने 108 अवतार लिए, लेकिन इन अवतारों में से ये 8 अवतार मुख्य माने जाते है। इन अवतारों का वर्णन आपको गणेशपुराण,मुद्गलपुराण, गणेश अंक आदि ग्रंथो में मिल जाएगा। जानिए श्रीगणेश के इन 8 अवतारों के बारें में।
श्री गणेश के इन नामों का रोज स्मरण करना चाहिए- वक्रतुंड, लंबोदर, एकदंत, महोदर, गजानन, विकट, धूम्रवर्ण और विघ्नराज।