मनोकामना पूर्ण करने के लिए
आज सारी मनोकामनाएं पूरी होने का दिन है। अगर आपकी भी कोई ऐसी इच्छा है जो बहुत दिनों से किसी न किसी वजह से पूरी नहीं हो पा रही है तो आज के दिन एक सूखा नारियल लेकर उसे ऊपर से गोलाई में काटकर उसके मिठाई को लेकर उसे और भगवान को अर्पित कर दें। आपकी इच्छा जल्द ही पूरी होगी। आप चाहें तो खोए और गोले की बर्फी बनाकर भी चढ़ा सकते हैं।
अगर आपके घर की खुशहाली को किसी की नजर लग गयी है और परिवार के सदस्यों में अनबन रहती है तो आज के दिन श्री गणेश की पूजा से पहले एक लोटा जल लेकर, उसमें गंगाजल मिलाकर दुर्वा से पूरे घर में छींटे मारें। जल छिड़कने के बाद जो पानी बच जाये, उसे घर के बाहर जाकर सूर्य भगवान को नमस्कार करते हुए जमीन में गिरा दें। पहले की तरह घर में खुशियां बरकरार रहेंगी।
शास्त्रों में भी आया है कि गणेश तुलसी पत्र दुर्गा नैव तु दूर्वाया अर्थात् गणेश जी को तुलसी पत्र और माता दुर्गा की पूजा दूर्वा से नहीं करनी चाहिए। गणेश जी को दुर्वा के अलावा लाल फूल भी बेहद पसंद हैं। आपका काम समय रहते पूरा हो जाये, इसके लिए आज के दिन दुर्वा के साथ गणेश जी को लाल गुड़हल के फूलों से बनी माला चढ़ायें।
समाज में अपना गौरव बढ़ाने के लिए आज के दिन लाल चन्दन लेकर, उसमें गुलाब जल मिलाकर गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने मस्तक पर वह तिलक प्रतिदन लगाएं।
अच्छा इंटरव्यू के लिए
अगर आप आज के दिन कोई इंटरव्यू देने जा रहे हैं या जल्द ही जाने वाले हैं, तो आज सबसे पहले सुबह उठकर स्नान के बाद गणेश जी की पूजा करें और पूजा के समय दो हल्दी की गांठें रख लें। अगर कुछ दिनों बाद इंटरव्यू देने जाने वाले हैं तो उन हल्दी की गांठों को मन्दिर में ही रहने दें और जिस दिन जायें, अपनी जेब में रख लें.... और अगर आज ही के दिन आपका कोई इंटरव्यू है तो पूजा समाप्त होने के बाद उन हल्दी की गांठों को अपनी जेब में रख लें, आपका काम जरूर बनेगा।
अगर आपकी नयी-नयी नौकरी लगी है और वहां पर अपने कलिग के साथ एडजेस्ट करने में आपको दिक्कतें आ रही हैं तो आज के दिन गाय को हरी घास का चारा खिलाएं, परेशानियां जल्दी ही दूर होंगी।
आज सुबह उठकर स्नान के बाद साफ कपड़े पहनकर अगर हो सके तो लाल रंग के वस्त्र पहनें और उचित स्थान पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें। मूर्ति को साफ कपड़े से पोंछने के बाद षोडशोपचार विधि से श्री गणेश का पूजन करें। पूजन में सबसे पहले भगवान को सिन्दूर चढ़ाएं और सबसे आखिर में आरती करें। पूजा के समय भगवान गणेश को उनके प्रिय लड्डूओं के प्रसाद का भोग लगाना चाहिए और पूजा के बाद इस प्रसाद को परिवार के सदस्यों में और आस-पास के लोगों में बांट देना चाहिए।
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