नवरात्र स्पेशल वास्तु शास्त्र में कल हमने चर्चा की थी देवी मां की मूर्ति और कलश स्थापना की दिशा के बारे में और आज हम चर्चा करेंगे नवरात्र के दौरान शंख स्थापना के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार मन्दिर में अपने दाहिने हाथ की ओर शंख स्थापना करनी चाहिये और स्थापना के लिये सबसे पहले शंख को धोना चाहिये और धोते समय मन्त्र पढ़ना चाहिये | मंत्र है– ‘ॐ सुदर्शनास्त्रायफट्’ फिर शंख को आधार पर इस प्रकार रखना चाहिये कि उसका खुला भाग ऊपर की तरफ रहे और चोंच आपकी तरफ रहे ।
स्थान पर स्थापित करने के बाद शंख पर प्रणव मन्त्र,यानि ‘ॐ’ कहते हुये चन्दन लगाना चाहिये। इस प्रकार पूजा में रखा हुआ शंख घर में सुख और सौभाग्य लाता है।कुछ लोग नवरात्र में कलश के ऊपर रखी कटोरी में चावल भरकर उसके ऊपर भी शंख स्थापित कर लेते हैं, तो आपको बता दूं कि आप ऐसा कर सकते हैं | बस ध्यान रहे कि शंख दक्षिणावर्त होना चाहिए और उसका मुंह ऊपर की ओर रखना चाहिए, और चोंच अपनी ओर करके रखनी चाहिए। नवरात्र के वास्तु शास्त्र में कल हम चर्चा करेंगे विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा में फूलों के उपयोग की ।