वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानें स्वास्तिक के चिह्न के बारे में। स्वास्तिक को शुभता का प्रतीक माना जाता है| धार्मिक कार्यों के अलावा वास्तु शास्त्र में भी स्वास्तिक का बहुत
महत्व है |
मान्यता है कि शुभ कार्यों के दौरान स्वास्तिक का चिन्ह बनाने से उस कार्य के और भी शुभ फल प्राप्त होते हैं | चूंकि फिलहाल नवरात्र चल रहे हैं | अतः नवरात्र के दौरान भी घर में स्वास्तिक का चिन्ह बनाने से शुभ फल प्राप्त होंगे | आप हल्दी या सिंदूर से स्वास्तिक का चिन्ह बना सकते हैं।
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अगर दिशा की बात करें तो इस काम के लिए उत्तर-पूर्व दिशा सबसे अच्छी है | आप इस चिन्ह को पूजा के स्थान पर या घर के मुख्य द्वार पर भी बना सकते हैं | ऐसा करने से देवी मां की कृपा से शुभ फल तो मिलते ही हैं, साथ ही वास्तु दोषों के निगेटिव इफेक्ट से भी छुटकारा मिलता है | ये चिन्ह घर में पॉजिटिविटी लाने वाला होता है |