नवरात्र स्पेशल वास्तु शास्त्र में कल हमने चर्चा की थी विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा में फूलों के उपयोग की और आज हम चर्चा करेंगे अखंड ज्योति और पूजा सामग्री की दिशा के बारे में... नवरात्र के दौरान बहुत-से लोग अपने घर में अखंड ज्योति की स्थापना करते हैं और वास्तु शास्त्र के अनुसार इसके लिये उचित दिशा का ज्ञान होना बहुत जरूरी है |
वास्तु शास्त्र के अनुसार अखंड ज्योति की स्थापना के लिये आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना सबसे अच्छा माना जाता है | इस दिशा में अखंड ज्योति की स्थापना करने से एक तरफ जहां वास्तु दोष दूर होते हैं, तो दूसरी तरफ घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
बता दें कि अखंड ज्योति के अलावा पूजा या हवन संबंधी सारी सामग्री को भी पूजा कक्ष के दक्षिण-पूर्व दिशा में ही रखें | इससे नवरात्र के दौरान देवी मां प्रसन्न रहती हैं | नवरात्र के वास्तु शास्त्र में कल आपको अष्टगंध आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी।