घर में दरवाजे या खिड़कियों के बीच या घर की दीवार पर विंड चाइम लगाना बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसकी मधुर ध्वनि से पूरे घर का माहौल अच्छा हो जाता है और आस-पास पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है। साथ ही घर में सबका मन भी खुश रहता है। विंड चाइम की आकृति के साथ-साथ उसकी आवाज़ भी बहुत मायने रखती है। आवाज़ और गुडलक का सीधा संबंध होता है। जितनी मधुर विंड चाइम की आवाज़ होगी, उतनी ही तेजी से घर में गुडलक की एंट्री होगी। साथ ही इससे घर के सदस्यों में पॉजिटिव एनर्जी भी बनी रहती है। विंड चाइम को लेकर वास्तु शास्त्र के कुछ नियम है। जिनका पालन करना जरूरी हैं नहीं तो यह बैडलक का कारण बन जाती है।
विंड चाइम की सही दिशा
अगर आप किसी धातु जैसे लोहे आदि की विंड चाइम लगाना चाहते हैं, तो आपको वायव्य कोण, यानी उत्तर-पश्चिम दिशा या फिर पश्चिम दिशा का चुनाव करना चाहिए। इससे आपका मन-मस्तिष्क हमेशा प्रसन्न रहता है। इसके अलावा अगर आप मिट्टी से बनी विंड चाइम लगाना चाहते हैं तो आपको नैऋत्य कोण, यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा या ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इससे आपके जीवन में कभी कोई परेशानी नहीं आयेगी। इनके आधार पर ना लगाने से आपको कई संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
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बेडरूम में विंड चाइम
अगर आप बेडरूम में विंड चाइम लगा रहे हैं तो इसके रॉड गिनकर जरूर लगाए। हमेशा 9 रॉड वाला लगाए। नहीं तो आपके रिश्ते में खटास पड़ सकती है।
इस दिशा में ना लगाएं विंड चाइम
घर के आप हर कोने पर विंड चाइम लगा सकते हैं लेकिन कभी भी पूजा घर और किचन में नहीं लगाना चाहिए। इससे महिलाओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
खरीददारी करते समय ध्यान रखें ये बातें
आजकल कई तरह की डिजाइन वाली विंड चाइम बाजार में आसानी से मिल जाती है, जो दिखने में तो बहुत सुंदर होती हैं, लेकिन उनसे पैदा होने वाली आवाज कानों को चुभने वाली होती है और कई तो बिना आवाज़ के ही होती हैं। इसलिए विंड चाइम खरीदते समय उसकी आवाज़ का ख्याल जरूर रखना चाहिए। इसके साथ की इसके आकार का ध्यान रखें। अगर किसी बड़ी जगह पर लगा रहें तो बड़ी विंग चाइम खरीदें और छोटी जगह हैं तो छोॉटी विंग चाइम खरीदे।