आज से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है, लिहाजा आज वास्तु शास्त्र में हम आपको बतायेंगे नवरात्र के पहले दिन देवी मां की मूर्ति और कलश स्थापना के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार माता की मूर्ति और कलश स्थापना दोनों ही घर के ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में करनी चाहिए और मूर्ति स्थापना के लिये लकड़ी की चौकी का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर चन्दन की लकड़ी से बनी चौकी मिल जाये, तो और भी अच्छा है। साथ ही ध्यान रहे कि मूर्ति स्थापना कभी भी शौचालय या बाथरूम के पास नहीं करनी चाहिए।
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इसके अलावा आपको देवी उपासना के लिये सही दिशा भी बता दूं । वास्तु शास्त्र के अनुसार देवी की उपासना के दौरान अपना मुंह पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए। पूर्व दिशा में मुंह करके पूजा करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है और उत्तर दिशा में पूजा करने से व्यक्ति को धन-धान्य का लाभ मिलता है।