वास्तु शास्त्र में आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए पूर्व दिशा से जुड़ी कुछ बातों के बारे में। पूर्व दिशा में काष्ठ तत्व की प्रधानता मानी गई है। यह दिशा जीवन में विकास, दीर्घ जीवन, ताजगी और आनंद लाने वाली होती है।
इसी कारण पूर्व दिशा में अगर किसी तरह का वास्तु दोष हो तो इसका असर घर के सदस्यों के स्वभाव और गृहस्वामी के कान और उसके सुनने की क्षमता पर पड़ता है। तो घर की पूर्व दिशा को कैसे संतुलित रखें।
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घर की पूर्व दिशा में भारी सामान नहीं रखना चाहिए और रखें भी तो उसकी गिनती ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अन्यथा इससे पूर्व दिशा में दबाव बढ़ता है। इस दिशा में हमेशा ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि सूर्य के प्रकाश का संचार घर के अन्दर हमेशा बना रहे। साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें और पूर्व दिशा में कम से कम एक खिड़की जरूर होनी चाहिए।
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