लेकिन यही चंद्रमा यदि बिगड़ जाए या फिर जातक पर हावी हो जाए, तो उसकी जिंदगी को उथल-पुथल कर सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा की कमजोर स्थिति के कारण जातक मानसिक विकार का शिकार भी हो जाता है।
वास्तु शास्त्रके अनुसार अगर आपको अपना चंद्रमा मजबूत करना है तो रोज़ाना सुबह रसोईघर में दूध उबालना चाहिए, लेकिन यदि यही दूध उबल जाए और बर्तन से बाहर गिर जाए तो यह अशुभ माना जाता है।
यह कार्य वास्तु के लिहाज से चंद्रमा को कमजोर बनाता है। जिस घर में रोज़ाना या हर दूसरे दिन गर्म करते समय दूध उबलकर बाहर गिर जाता है, उस घर के लोगों का मानसिक संतुलन स्थिर नहीं रहता।
निरंतर चिंता और छोटी-छोटी बात पर परिवार के सदस्यों का एक-दूसरे के प्रति चिड़चिड़ापन आम बात हो जाती है। इसके अलावा रिश्तेदारों से भी मतभेद बढ़ जाते हैं। साथ ही परिवार के सदस्य किसी ना किसी बीमारी का शिकार रहते ही हैं। इसलिए वास्तु के अनुसार कभी भी दूध उबलकर बाहर नहीं गिरना चाहिए। इससे आपका ही नुकसान होगा।