धर्म डेस्क: लकड़ी का फर्नीचर घर की शोभा को बढ़ाता है और लगभग हर घर में लकड़ी का कोई न कोई फर्नीचर तो हमें देखने को मिल ही जाता है। हम फर्नीचर तो ले आते हैं, लेकिन हमें उसे रखने की सही दिशा का ज्ञान नहीं होता। इसलिए घर में जहां जगह मिलती है, वहीं पर फर्नीचर रख देते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार घर में फर्नीचर रखने के लिये भी एक सही दिशा निर्धारित होती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के किसी भी कमरे में, ड्राइंग रूम में या अन्य किसी जगह पर लकड़ी का फर्नीचर रखने के लिये आग्नेय कोण, यानी दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना ठीक होता है। क्योंकि इस दिशा का संबंध काष्ठ, यानी लकड़ी से होता है। अतः आग्नेय कोण में लकड़ी का फर्नीचर रखने से उस दिशा से संबंधित तत्वों का शुभ फल प्राप्त होता है। (भूलकर भी घर के मुख्य द्वार पर ऐसे न करें गणपति जी की स्थापना, घर आएगी गरीबी )
लकड़ी के फर्नीचर रखने के फायदे
लकड़ी का फर्नीचर रखने के लिये आग्नेय कोण, यानी दक्षिण-पूर्व दिशा का चुनाव करना बेहतर होता है। इस दिशा में लकड़ी का फर्नीचर रखने से आपके घर के सदस्यों का विकास निरंतर होता रहता है। इससे आपके व्यापार में भी बढ़ोतरी होती है। साथ ही घर की बड़ी कन्या को इससे बहुत अधिक फायदा मिलता है। और अगर वो कोई बिजनेस करती है, तो उसमें उसे अप्रतिम लाभ देखने को मिलते हैं। (भूलकर भी इस दिशा में न रखें झाड़ू, होगा नुकसान ही नुकसान)
बता दें कि अगर आप इस दिशा में हरा रंग किया हुआ लकड़ी का फर्नीचर रखते हैं या फर्नीचर पर कोई हरे रंग की चीज़ रखते हैं, तो ये आपके लिये और भी फायदेमंद होगा। वैसे आप आग्नेय कोण के अलावा पूर्व दिशा में भी लकड़ी का फर्नीचर रख सकते हैं, बशर्ते वो अधिक भारी न हो।