धर्म डेस्क: भारत में श्री गणेश के कई मंदिर है और सबी मंदिरों का अपना-अपना महत्व है। जिनमें अस्था और विश्वास के अपने ही अलग उदाहरण देखने को मिलते है। आज के जमाने की बात करें, तो इंटरनेट का जमाना हो गया है। जिसके कारण चिठ्ठियों का दौर गुजर चुका है, लेकिन हम आपको एक ऐसी जगह बता रहे है। जहां पर आपके मन की बात चिठ्ठियों के द्वारा ही सुनी जाती है। जी हां राजस्थान में श्री गणेश का ऐसा मंदिर है। जहां पर भगवान सबकी मुराद चिठ्ठियों के द्वारा पूरी हो जाती है।
राजस्थान के रणथंभौर में ऐसा ही एक मंदिर है जहां गणपति को हर शुभ काम से पहले चिट्ठी भेजकर निमंत्रण दिया जाता है। इसलिए यहां हमेशा भगवान के चरणों में चिठ्ठियों और निमंत्रण पत्रों का ढेर लगा रहता है।
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इस मुस्लिम राजा ने कराया था निर्णाण
1299 में राजा हमीर और अलाउद्दीन खिलजी के बीच में युद्ध चला। युद्ध शुरू हुआ तो हम्मीर ने प्रजा और सेना की जरूरतों को देखते हुए ढेर-सा खाद्यान और जरूरत की वस्तुओं को सुरक्षित रखवा लिया था। पर युद्ध लंबे अरसे तक खिच जाने की वजह से हर चीज की तंगी होने लगी थी। राजा, जो गणेश जी का भक्त था, हताश और परेशान हो उठा। तभी राजा हमीर के सपने में भगवान गणेश ने आश्वासन दिया कि उनकी विपत्ति जल्द ही दूर हो जाएगी। उसी सुबह किले की दीवार पर त्रिनेत्र गणेश जी की मूर्ति अंकित हो गई। जल्द ही युद्ध समाप्त हो गया। इसके बाद हमीर राजा ने मंदिर का निर्माण करवाया।