इस कारण पसंद है केसरिया रंग
आपने देखा होगा कि हमेशा हम पूजा करते या फिर उनका पूरा शरीर केसरिया रंग ही लगा होता है। इसके पीछे भी रोचक कहानी है। इस कहानी के अनुसार एक बार मां सीता अपनी मांग केसरिया रंग से भर रही है, तो हनुमान ने पूछा कि आखिर वह इस रंग का इस्तेमाल क्यों करती है, तो मां सीता ने कहा कि श्री राम को ये रंग पसंद है। इससे उनकी उम्र लंबी होगी। इस बात को सुनकर सुनकर हनुमान जी ने अपने पूरे शरीर पर सिंदूर लगा लिया था। तभी से बजरंगबली को सिंदूर चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।
ऐसे पड़ा हनुमान नाम
हनुमान नाम के पीछे का मतलब है कि बिगड़ी हुई ठोड़ी। भगवान हनुमान की ठोड़ी टेढ़ी थी। जिसके कारण इनका ये नाम पड़ा।
जब ह्रदय में प्रकट हुए राम और सीता
माता सीता ने प्रेम वश एक बार हनुमान जी को एक बहुत ही कीमती सोने का हार भेंट में देने की सोची लेकिन हनुमान जी ने इसे लेने से माना कर दिया। इस बात से माता सीता गुस्सा हो गईं तब हनुमानजी ने अपनी छाती चीर का उन्हें उसमें बसी उनकी प्रभु राम की छवि दिखाई और कहा कि उनके लिए इससे ज्यादा कुछ अनमोल नहीं। जिसके बाद मां सीता शांत हो गई।
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