मंदिर के पुजारी बताते हैं कि ऐसी मान्यता है कि इसी जगह से हनुमान जी पाताललोक गए थे। इसी कारण यहां हनुमान जी का सिर धरती की ओर है, जिस कारण यहां उनके उल्टे रूप की पूजा की जाती है।
मंगलवार को दर्शन करने मात्र से हो जाती है हर मनोकामना पूर्ण
इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि लगातार 5 मंगलवार दर्शन कर नारियल चढ़ाता है तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसलिए देश के हर जगह से लोग यहा पर आते है।