धर्म डेस्क: आज निर्जला एकादशी व्रत है। आज के दिन को भीमसेनी एकादशी भी कहते हैं। आज सुबह 9 बजकर 43 मिनट तक एकादशी तिथि रहेगी, उसके बाद द्वादशी तिथि लग जायेगी। शाम 5 बजकर 47 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा और वरीयान योग रहेगा।
सोमवार के साथ चित्रा नक्षत्र, वरीयान योग और एकादशी व द्वादशी तिथि के संयोग में खोई हुई सम्पदा वापस मिलती है। कहते हैं कि इस संयोग में कोशिश करने से खोया राज्य भी वापस मिल जाता है। इस दिन पुष्पदंत नामक गंधर्व द्वारा रचित शिव महिमन् स्तोत्र का पाठ करने से मनुष्य अपनी खोई हुई महिमा को पा लेता है और माया उसके अनुकुल हो जाती है। ऋत्विक अनुकूल हो जाते हैं और वो जगत को अपने वश में कर लेता है।
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राशि के लोग विशेष काम कर सकते हैं, किसे आज लापरवाही नहीं करनी चाहिए, किन राशि वालों के लिए आज का दिन काफी रोमांटिक है और वो अपने लव मेट के साथ अच्छा वक्त बिता सकते हैं और किस राशि के लोग जो बिजनेस के क्षेत्र से जुड़े हैं उनका फायदा होगा या नहीं यह सब जानने के लिए सुनिए इंडिया टीवी का खास प्रोग्राम भविष्यवाणी।