धर्म डेस्क: कई बार ऐसा होता है कि हम किसी काम को करने जाते है तो हमें उस काम में सफलता नहीं मिलती है। कई बार तो हर प्रयास कर आप भी थक जाते है। आप जो चाहते है वह आपको नहीं मिल पा रहा है। जिसके लिए हम ऐसे उपाय अपनाते है। जिससे इस समस्या से निजात मिल जाएं। लेकिन आप यह बात नहीं जानते है कि आखिर ये समस्या हो क्यों रही है।
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हिंदू धर्म के शास्त्रों में माना जाता है कि जो भी काम आप करते है उसका फल आज नहीं तो कल जरुर मिलता है। इस बारें में पवित्र ग्रंथ श्रृग्वेद में बताया है कि कई काम हम ऐसे करते है। जिसके बारें में हमे पता नहीं होता है। अगर पता भी होता है तो वह काम हम करने में पीछे नहीं हटते है। वह है निंदा करना और बुराई करना।
इस ग्रंथ के अनुसार माना जाता है कि अगर हम किसी की बुराई करेगे तो वह हमें नाश की ओर ले जाएगा। निंदा और किसी का अपमान करने से आपको पाप के भागीदार बन जाते है। इनको करने वाला इंसान अक्सर अपने मूल काम को भूल जाता है और बाकी लोगों से पीछे रह जाता है। अगर आप चाहते है कि अपनी जिंदगी में हर सफलता को हासिल करें तो दूसरे की बुराई निंदा करने से बचना चाहिए। जिससे कि आपको हर काम में सफलता प्राप्त हो।
निंदा मतलब दूसरों के कामों में दोष ढूंढ़ना। दूसरों की बुराई करना आज–कल कई लोगों की आदत बन चुकी है। हर मनुष्य दूसरे में कोई न कोई दोष ढूंढ़ता ही रहता है।
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