- शनिवार और मंगलवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें नवग्रह मंदिर में शनि व श्रीहनुमान की जल स्नान व विशेष सामग्रियों से उनकी पूजा करें। यह क्रिया आप शाम को भी कर सकते है।
- जब भी आप शनिदेन की पूजा करें तो इस बात का ध्यान रहें कि पूजा करते समय गंध, चावल, फूल, तेल, तिल, काले वस्त्र आदि चढ़ाए और हनुमान को सिंदूर, लाल चंदन, फूल, चावल व लाल वस्त्र चढ़ाएं।
- शनिवार के दिन शनिदेव को तिल से बनें हुए व्यंजन और हनुमान जी को गुड से बने व्यंजनों का भोग लगाएं। इससे वह जल्द प्रसनन् होते है। और उनकी कृपा हमेशा आप पर बनी रहेगी।
- शनिवार या मंगलवार के दिन शनिदेव और हनुमानजी के पूजा के बाद इन मंत्रों से 108 बार जाप करें-
हनुमान मंत्र
मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथ मुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये।।
शनि मंत्र
नीलाञ्जनं समाभासं रविपुत्रं विनायकम्।
छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
- इस बात का जरुर ध्यान रखें कि पूजा करने के बाद आरती जरूर करें। तभी आपको पूर्ण फल की प्राप्ति होगी। इसी से भगवान शनि और हनुमान की कूपा आप पर बनी रहेगी।