टेढे मेढे दांत
यानी कि ऐसे दांत जिनकी कोई आकृति न हो। जहां सीधे व सपाट दांतों वाले लोगों को अपने काम को प्रदर्शित करना अच्छा लगता है, तो वहीं उनसे बिल्कुल उलट आकृति में टेढ़े-मेढ़े दांत वाले लोगों को छिपकर काम करना ज्यादा पसंद होता है।
ये नहीं चाहते कि इनके काम के बारे में दूसरों को कुछ पता चले। इसके लिये ये कभी-कभी झूठ का सहारा भी लेते हैं। क्योंकि ये दूसरों को कुछ बताते नहीं है और न ही दूसरों की सलाह लेते हैं इसलिए ये जो भी करते हैं, अपने मन के मुताबिक ही करते हैं। ये लोग हमेशा सबसे पहले अपने बारे में सोचते हैं। इसलिए दोस्ती भी उन्हीं से करते हैं, जिनसे इन्हें कोई फायदा हो सके और काम पूरा होने के बाद उसे पूछते भी नहीं है।
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