Highlights
- 4 दिसंबर को लगेगा साल 2021 का आखिरी सूर्य ग्रहण।
- साल का अंतिम सूर्यग्रहण कुछ राशियों के लिए अशुभ होगा।
- यह सूर्यग्रहण भारत में अदृश्य रहेगा।
04 दिसंबर को मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि और शनिवार का दिन है। अमावस्या तिथि आज दोपहर 1 बजकर 12 मिनट तक रहेगी। उसके बाद मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। अमावस्या के साथ खग्रास सूर्यग्रहण भी है। जब चन्द्रमा, पृथ्वी और सूर्य के मध्य से होकर गुजरता है और पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूर्ण या आंशिक रूप से ढक जाता है, तब सूर्यग्रहण लगता है। इस बार सूर्य पूर्ण रूप से ढका हुआ दिखाई देगा और पूर्ण रूप से ग्रहण को खग्रास ग्रहण कहते हैं। ग्रहण के समय चन्द्रमा वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में रहेगा। हालांकि यह सूर्यग्रहण भारत में अदृश्य है।
4 दिसंबर सुबह 10 बजकर 49 मिनट पर ग्रहण का स्पर्शकाल प्रारंभ हो जाएगा और इसका मोक्ष काल दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर होगा। ग्रहण के दौरान चारों तरफ बहुत अधिक निगेटिविटी फैल जाती है इसलिए घर में सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद दूब को निकालकर फेंक देना चाहिए। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए साल के अंतिम सूर्यग्रहण का आपकी राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
जन्मपत्रिका में यह सूर्यग्रहण आपके किस स्थान पर लगेगा और इस दौरान आपको क्या उपाय करने चाहिए जानिए।
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मेष राशि
यह सूर्यग्रहण आपके आठवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में आठवें स्थान का संबंध आयु से है। इसलिए सूर्य का यह ग्रहण आपकी आयु पर लगेगा। स्वास्थ्य में कुछ उतार-चढ़ाव हो सकते हैं। सूर्य के इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए काली गाय या बड़े भाई की सेवा करनी चाहिए।
वृष राशि
यह सूर्यग्रहण आपके सातवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में सातवें स्थान का संबंध जीवनसाथी से होता है। इसलिए आपके संबंधों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। जीवनसाथी के साथ कुछ अनबन हो सकती है। अतः इस ग्रहण के अशुभ फलों से बचने के लिए भोजन करने से पहले रोटी के टुकड़े को अग्नि की आहुति देनी चाहिए।
मिथुन राशि
यह सूर्यग्रहण आपके छठे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में छठे स्थान का संबंध स्वास्थ्य, शत्रु और मित्र से होता है। अतः आपके स्वास्थ्य, शत्रु और मित्रों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। इस दौरान शत्रु आप पर हावी होने की कोशिश कर सकते हैं, संभलकर रहें और दोस्तों का साथ बनाए रखें। साथ ही इस ग्रहण के प्रभावों से बचने के लिए कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए।
कर्क राशि
यह सूर्यग्रहण आपके पांचवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पांचवे स्थान का संबंध विद्या, गुरु, संतान, विवेक से है। इसके अलावा रोमांस आदि विषयों से भी है। अतः आपकी इन सब स्थितियों पर सूर्य का यह ग्रहण लगेगा। ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए पक्षियों को दाना डालना चाहिए।
सिंह राशि
सूर्यग्रहण आपके चौथे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में चौथे स्थान का संबंध माता, भूमि-भवन और वाहन से है। सूर्य का यह ग्रहण माता के साथ आपके संबंधों, भूमि-भवन और वाहन पर लगेगा। इस दौरान किसी काम में आपको माता से सहयोग पाने के लिए थोड़ी अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। अतः इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए आपको किसी जरूरतमंद को भोजन कराना चाहिए।
कन्या राशि
वालों यह सूर्यग्रहण आपके तीसरे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में तीसरा स्थान भाई-बहनों से संबंध रखता है। इसलिए भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते पर यह ग्रहण लगेगा। भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते में थोड़ी खटास आ सकती है। अतः इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए धार्मिक कार्यों में सहयोग देना चाहिए और किसी के गलत कार्यों में उसका साथ देने से बचना चाहिए।
तुला राशि
यह सूर्यग्रहण आपके दूसरे स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दूसरा स्थान धन से संबंध रखता है। अतः आपके धन और आर्थिक स्थिति पर यह ग्रहण लगेगा। आपको आर्थिक रूप से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए नारियल, नारियल का तेल या कुछ बादाम मन्दिर या फिर धर्मस्थल पर दान करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
यह सूर्यग्रहण आपके पहले स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में पहला स्थान स्वयं का स्थान होता है, शरीर का स्थान होता है। अतः यह ग्रहण स्वयं आप पर और आपके शरीर पर लगेगा। इस दिन आपके अन्दर ऊर्जा की कमी रहेगी। लिहाजा इस ग्रहण की अशुभ स्थिति से बचने के लिए सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए।
धनु राशि
यह सूर्यग्रहण आपके बारहवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में बारहवें स्थान का संबंध शैय्या सुख से है, आपके खर्चों से है। आपके शैय्या सुख और आपके खर्चों पर यह ग्रहण लगेगा। आपको शैय्या सुख पाने में मुश्किलें होंगी और खर्चों में बढ़त होगी। इस ग्रहण की अशुभ स्थिति से बचने के लिए आपको अपने घर की खिड़की, दरवाज़े खुले रखने चाहिए और उचित मात्रा में रोशनी रखनी चाहिए।
मकर राशि
यह सूर्यग्रहण आपके ग्यारहवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में ग्यारहवें स्थान का संबंध आपकी आमदनी और कामना पूर्ति से है। यही वजह है कि इस ग्रहण का असर आपकी आमदनी और आपकी इच्छाओं पर होगा। आपको अपनी किसी इच्छा की पूर्ति करने में परेशानी आ सकती है। अतः सूर्यग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए रात को सोते समय अपने सिरहाने पर 5 मूली या 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन उन्हें किसी मन्दिर या धर्मस्थल पर दान दे आएं।
कुम्भ राशि
यह सूर्यग्रहण आपके दसवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में दसवें स्थान का संबंध आपके और पिता के करियर की सफलता से संबंध रखता है। यही वजह है कि इस ग्रहण का प्रभाव आपके खुद के और आपके पिता के करियर के ऊपर रहेगा। आपको अपने करियर के डिसीजन लेने में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। इस ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए आप सफेद या शरबती रंग की टोपी या पगड़ी सिर पर पहनें।
मीन राशि
यह सूर्यग्रहण आपके नवें स्थान पर लगेगा। जन्मपत्रिका में नवां स्थान भाग्य से संबंध रखता है। लिहाजा आपके भाग्य पर यह ग्रहण लगेगा। इस दौरान आपकी किस्मत आपका पूरी तरह से साथ नहीं दे पाएगी। इसलिए अपने भाग्य को ग्रहण के प्रभाव से बचाने के लिए मन्दिर में गुड़ का दान करना चाहिए।
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