धर्म डेस्क: 15 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 01 मिनट पर सूर्यदेव वृश्चिक राशि को छोड़कर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। अतः कल सूर्य की धनु संक्रान्ति है। सूर्य जिस राशि में प्रवेश करते हैं, उसी के अनुसार संक्रांति का नामकरण होता है। इस संक्रान्ति का पुण्यकाल कल सूर्योदय से सुबह 09 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। सूर्य की धनु संक्रान्ति में और खासकर कि संक्रान्ति के पुण्यकाल के दौरान गोदावरी नदी में स्नान-दान का बहुत महत्व है।
सूर्य के धनु राशि में इस प्रवेश से विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इसके शुभ प्रभावों को सुनिश्चित करने के लिए तथा अशुभ प्रभावों से बचने के लिये क्या उपाय करने चाहिए। कल से खरमास या मलमास भी शुरू होगा।
प्रत्येक वर्ष सूर्य के धनु और मीन राशि में जाने पर खरमास या मलमास लगता है और यह पूरे एक महीने तक होता है, यानी वर्ष में दो बार खरमास होता है। ज्योतिष शास्त्र में खरमास या मलमास को अच्छा नहीं माना जाता। इस बीच कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृहप्रवेश, मुंडन संस्कार आदि कराने की मनाही होती है। जबकि इस दौरान सूर्य देव की उपासना करना विशेष फलदायी माना जाता है। अतः संक्रान्ति से संबंधित सूर्यदेव के जो भी उपाय हम आपको बतायेंगे, उनका अगले 30 दिनों तक ख्याल रखने की आवश्यकता है।
मेष राशि
सूर्य आपके नौवें घर में प्रवेश करेगा। नौवां घर भाग्य का स्थान है, धर्म का स्थान है । अतः सूर्य का यह गोचर आपके भाग्य में वृद्धि करायेगा। साथ ही आपकी धार्मिक कार्यों में रुचि
बढ़ेगी।
सूर्य के शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए
- अगर घर में पीतल के पुराने बर्तन हैं और आप उन्हें बेचने की सोच रहे हैं, तो अगली संक्रान्ति तक यह विचार त्याग दें।
- इस दौरान किसी से मुफ्त में चांदी या चावल न लें।
वृष राशि
सूर्य आपके आठवें घर में जायेगा। यह स्थान आयु से संबंध रखता है।
सूर्य के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए
- पूरे एक महीने तक काली गाय या बड़े भाई की सेवा करें। आयु में वृद्धि होगी।
- इस दौरान किसी भी काम के लिए घर से बाहर जाते समय कुछ न कुछ मीठा खाने के बाद पानी पीकर ही जाना चाहिए। काम आसानी से सिद्ध होंगे।
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