धर्म डेस्क: आज वैशाख कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज सूर्यदेव अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और सूर्य की मेष संक्रांति भी आज ही मनायी जायेगी। सूर्यदेव एक-एक करके बारह राशियों में लगभग 30 दिनों के लिये प्रवेश करते हैं। इस प्रकार सूर्यदेव का यह राशि चक्र मेष राशि से शुरू होकर आखिरी राशि मीन पर समाप्त होता है। अतः आज सुबह 08:14 पर सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से यह चक्र पुनः शुरू हो गया है।
सूर्यदेव जिस किसी राशि में प्रवेश करते हैं, उसी के हिसाब से संक्रांति का नाम पड़ता है। आज सूर्यदेव के मेष राशि में प्रवेश करने से यह सूर्य की मेष संक्रांति है। साथ ही सूर्यदेव के मीन राशि से बाहर निकलने और मेष राशि में प्रवेश करने के कारण आज से मीन खरमास की भी समाप्ति हो रही है। अब विवाह आदि सभी शुभ कार्य फिर से किये जा सकेंगे।
सूर्य की इस मेष संक्रांति को सतुआ संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन जौ या चने के बने सत्तु को खाने और साथ ही दान करने का रिवाज़ है। सूर्य की किसी भी संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान का बहुत महत्व होता है। आज मेष संक्रांति के दिन हरिद्वार या काशी के अस्सी घाट पर स्नान का महत्व है। साथ ही आज के दिन विभिन्न राशि वालों को अपने जीवन की निरंतर गति को बनाये रखने के लिये किस चीज़ का दान करना चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से...
मेष राशि
अपने जीवन की गति को बनाये रखने के लिये आज सूर्य की मेष संक्रांति के दिन आप जौ या चने को पिसकर बने सत्तु का दान करें। साथ ही आज से प्रतिदिन सूर्यदेव को जल अर्पित करें।..... इससे आपके जीवन की गति बनी रहेगी और आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
वृष राशि
अपने सुखी गृहस्थ जीवन के लिये आज के दिन आप हरे मोटे, मूंग का दान करें। साथ ही आने वाले 30 दिनों के दौरान जब भी मौका मिले धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें। इससे आपका गृहस्थ जीवन सुखी रहेगा।
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