धर्म डेस्क: 3 अगस्त को श्रावण कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि और शुक्रवार का दिन है। आज के दिन सुबह 09:15 से दोपहर 02:25 तक सारे काम सिद्ध करने वाला रवि योग रहेगा। साथ ही आज सुबह 09 बजकर 16 मिनट पर सूर्यदेव आश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 17 अगस्त को सुबह 06 बजकर 51 मिनट तक सूर्यदेव यहीं पर रहेंगे।
सूर्य के आश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश के साथ ही मौसम में भी कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। इस दौरान तेज गर्मी के साथ हल्की बारिश बनी रहेगी। साथ ही सूर्य के इस गोचर का विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले वालों पर भी अलग-अलग प्रभाव होगा। तो आज से लेकर 17 अगस्त तक, यानी लगभग 15 दिनों के दौरान विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर सूर्य के इस गोचर से क्या प्रभाव होंगे, उन्हें कौन-से फल प्राप्त होंगे और उस स्थिति में आपको कौन-से उपाय करने चाहिए।
जिन लोगों का जन्म आश्लेषा, मघा या पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ड, म या ट अक्षर से शुरू होता है, उन लोगों को 17 अगस्त तक अग्नि और बिजली से संबंधित चीज़ों के साथ संभलकर काम लेना चाहिए। आपको गैस-चूल्हा, इलेक्ट्रिक वायर, मीटर और अन्य बिजली व अग्नि से संबंधित चीज़ों के साथ बड़ी ही सतर्कता पूर्वक काम करना चाहिए। साथ ही आज से लेकर 17 अगस्त तक अगर आप नये घर के निर्माण के बारे में सोच रहे हैं, तो 17 अगस्त के बाद का कोई मुहूर्त ढूंढिये, अच्छा होगा। साथ ही सूर्यदेव की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- 17 अगस्त तक दिन के समय अपने घर का बरामदा, खिड़कियां व दरवाजे खुले रखने चाहिए, ताकि सूर्य का प्रकाश घर के अन्दर आकर बरसात में डेवलप होने वाले फंजाई और बैक्टिरिया को खत्म कर सके। इसके अलावा धार्मिक कार्यों में अपना हाथ बटाते रहें। इससे आप अशुभ फलों से बचे रहेंगे। (Sawan 2018: अकाल मृत्यु का भय सता रहा है, तो करें सावन में इस शिव मंत्र का जाप )
जिन लोगों का जन्म उत्तराफाल्गुनी, हस्त, चित्रा या स्वाती नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ट, प, ठ, र या त अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों के जीवन की गति 17 अगस्त तक कुछ झटके ले लेकर आगे बढ़ेगी, जिसके चलते आपके कामों में कुछ देरी हो सकती है। अतः 17 अगस्त तक अपने कामों की गति को बनाये रखने के लिये और शुभ फलों की प्राप्ति के लिये- रात के समय 5 बादाम अपने बिस्तर के नीचे रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन्हें किसी धर्मस्थल या मन्दिर में दान दे आयें। ऐसा करने से आपके जीवन की गति बनी रहेगी।
जिनका जन्म विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा या मूल नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम त, न, य या भ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों के कार्यों में 17 अगस्त तक स्थिरता बनी रहेगी। आप जिस भी काम को करेंगे, वह स्थायी रूप से बना रहेगा। अतः 17 अगस्त तक अपने कामों में स्थिरता बनाये रखने के लिये- घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में लाएं। साथ ही दूसरे से दान में कोई चीज़ न लें। ऐसा करने से आपके कामों की स्थिरता बनी रहेगी। (सम्पूर्ण चाणक्य नीति हिंदी में (Complete Chanakya Neeti in Hindi): आचार्य चाणक्य की नीतियों का अद्भुत संग्रह)
जिन लोगों का जन्म पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा या श्रवण नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर भ, ध, फ, ढ, ज या ख हो, उन लोगों का फाइनेंशियल स्टेटस अच्छा होगा। आज सुबह 09:16 से आपके ऊपर माता महालक्ष्मी की कृपा रहेगी और ये कृपा 17 अगस्त की सुबह 06:51 तक लगातार बनी रहेगी। अतः 17 अगस्त तक इस शुभ स्थिति को सुनिश्चित करने के लिये काली या बिना सिंग वाली गाय की सेवा करें। साथ ही 17 अगस्त तक नमक का सेवन कम मात्रा में करें। ऐसा करने से आपका फाइनेंशियल स्टेटस अच्छा बना रहेगा।
जिन लोगों का जन्म धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद या उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ग, स, द, थ या झ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 17 अगस्त तक अपने कामों में लाभ मिलेगा। आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगा और आपके सारे काम अपने आप बनते जायेंगे। तो 17 अगस्त तक अपनी लाभ की स्थिति को सुनिश्चित करने के लिये- बन्दर को गुड़ डालें। साथ ही धर्मस्थल पर कुछ न कुछ दान जरूर देते रहें। इससे आपकी लाभ की स्थिति बनी रहेगी और आपके सारे काम भी अपने आप बनते नजर आयेंगे।
जिन लोगों का जन्म रेवती, अश्विनी या भरणी नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम द, च या ल अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 17 अगस्त तक थोड़ा सावधानी पूर्वक रहना चाहिए। इस दौरान आपके घर के मुखिया को कुछ परेशानी हो सकती है। अगर आप स्वयं घर के मुखियां हैं तो आपको अपने लिये, अपने स्वास्थ्य के लिये और अपने काम के लिये सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये किसी जरूरतमंद को भोजन कराएं। साथ ही जब भी मौका मिले किसी दिव्यांग की आर्थिक रूप से सहायता करें। ऐसा करने से आपको सभी परेशानियों से छुटकारा
मिलेगा।
जिनका जन्म कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा या आर्द्रा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम अ, ई, उ, ए, व, क, घ या छ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को आज से 17 अगस्त तक आर्थिक रूप से तंगी का सामना करना पड़ सकता है। अतः आपको इस बीच पैसों के लेन-देन में सावधानी बरतने की जरूरत है। साथ ही सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग दें। साथ ही मन्दिर में गुड़ का दान करें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी।
जिन लोगों का जन्म पुनर्वसु या पुष्य नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम क, ह या ड अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 17 अगस्त तक अपनी सेहत के प्रति ध्यान रखना चाहिए। आपको इस बीच कोई रोग, पीड़ा या भय हो सकता है। अतः सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये- 17 अगस्त तक प्रतिदिन सुबह उठकर सूर्यदेव को प्रणाम करें और उन्हें जल अर्पित करें। ऐसा करने से आपको हर प्रकार के अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा और शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
अक्षर ‘द’ या ‘च’ हो, उन लोगों को आज के दिन दोपहर 02:25 तक महुआ के पेड़ या उससे बनी किसी भी चीज़ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, न ही उसे किसी प्रकार का नुकसान पहुंचाना चाहिए। इसके बजाय आज के दिन रेवती नक्षत्र में जन्मे लोगों को महुआ के पेड़ को नमस्कार करना चाहिए। साथ ही आज के दिन अपने घर के मुख्य दरवाजे पर शुभंकर के रूप में मछली का चित्र लगाने से बहुत लाभ होता है। अतः आज के दिन आपको घर के मुख्य दरवाजे के उत्तरी हिस्से में आपको मछली का कोई सुंदर-सा चित्र लगाना चाहिए, उसको प्रणाम करना चाहिए और चित्र के पास ही एक पानी से भरा बर्तन रखना चाहिए। इससे आपको लाभ ही लाभ मिलेंगे।