धर्म डेस्क: आज सुबह 10:17 पर सूर्यदेव आश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 3 अगस्त की सुबह 9:26 तक सूर्यदेव यहीं पर रहेंगे। सूर्यदेव के आश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करने से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर भी अलग-अलग प्रभाव होगा। तो सूर्यदेव के इस गोचर से किस पर क्या प्रभाव होगा और उस स्थिति में आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
सूर्य के पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करने से विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वाले लोगों पर पड़ने वाले प्रभावों की और उनके उपायों की। जानिए इसके बारें में आचार्य इंदु प्रकाश से।
जिन लोगों का जन्म पुष्य, आश्लेषा या मघा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ह, ड या म अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 3 अगस्त तक आग और बिजली से संबंधित चीजों के साथ संभलकर काम करना चाहिए। आपको इस दौरान गैस, चूल्हा और बिजली के तार आदि का ध्यानपूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही अगर आप इस दौरान कोई नया घर बनाने की सोच रहे हैं तो आपको 3 अगस्त तक के लिए अपनी ये योजना टाल देनी चाहिए। इसके साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए 3 अगस्त तक जरुरतमंद को भोजन कराएं। इससे आपको अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा।
जिनका जन्म पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी, हस्त या चित्रा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर म, ट या प हो, 3 अगस्त तक के लिए उन लोगों के जीवन की गति कुछ थमी हुई सी रहेगी। आपके सारे काम कुछ समय के लिए रुक जायेंगे। अतः अपने कामों में रुकावट दूर करने के लिए रात को अपने सिरहाने पर 5 बादाम रखकर सोएं और अगले दिन सुबह उठकर उन बादाम को मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें। इससे आपके कामों की गति बनी रहेगी।
जिन लोगों का जन्म स्वाती, विशाखा, अनुराधा या ज्येष्ठा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर र, त, न या य हो, 3 अगस्त तक उन लोगों के अपने सभी काम में स्थिरता बनी रहेगी और साथ ही उनके जीवन में भी स्थिरता रहेगी। अतः इस स्थिरता को बनाये रखने के लिए - 3 अगस्त तक घर में पीतल के बर्तनों को उपयोग में लाएं। इससे आपके कामों में और आपके जीवन में स्थिरता बनी रहेगी।
जिनका जन्म मूल, पूर्वाषाढा या उत्तराषाढा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम य, भ, ध, फ या ढ अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 3 अगस्त तक लक्ष्मी की प्राप्ति होगी। आपके ऊपर अगले पंद्रह दिनों के दौरान देवी लक्ष्मी की अपार कृपा बरसेगी। आपको धन-दौलत की प्राप्ति होगी। तो अगले 15 दिनों तक अपने ऊपर माँ लक्ष्मी की कृपा को बनाये रखने के लिए - काली गाय की सेवा करें। साथ ही अपने बड़े भाई का भी सहयोग करें। इससे देवी माँ की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
जिन लोगों का जन्म श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ख, ग, स या द हो, उन लोगों को जीवन में 3 अगस्त तक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे, यानि आपको अपने हर काम में लाभ ही लाभ मिलेगा। कुल मिलाके आपके साथ सब अच्छा होगा। अतः लाभ की स्थिति 3 अगस्त तक बनाये रखने के लिए - बंदर को गुड़ खिलाएं। इससे आपको अपने कामों में अवश्य ही लाभ मिलेगा।.. घर के मुखिया को अपनी सेहत के प्रति सावधान रहना चाहिए। साथ ही अशुभ स्थिति से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए - बंदर को कुछ खाने को दें। अगर हो सके तो लाल मुंह वाले बन्दर को दें। इससे आपको परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
जिन लोगों का जन्म भरणी, कृतिका, रोहिणी या मृगशिरा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ल, अ, ई, उ, ए या व हो, उन लोगों को 3 अगस्त तक आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी चाहिए। आपको अपने पैसों को बेवजह खर्च नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दौरान आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है। अतः सूर्यदेव के अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 3 अगस्त तक धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें। इससे आपको आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जिन लोगों का जन्म आर्द्रा या पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर क, घ या छ हो, उन लोगों को 3 अगस्त तक अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहना चाहिए। आपको कोई रोग, पीड़ा या भय हो सकता है। अतः अशुभ फलों से बचने के लिए और शुभ फलों की प्राप्ति के लिए मंदिर में नारियल का तेल दान करें। इससे सूर्य का अशुभ प्रभाव दूर होगा।