नई दिल्ली: हिंदू धर्म में भगवान की पूजा करने का अधिक महत्व है। किसी भी काम को शुरु करने से पहले पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि अगर आपके मन में अशांति हो तो भगवान की आराधना करने से आपको कभी भी असफलता प्राप्त नहीं होगी।
ये भी पढ़े- महिलाओं का पैर में बिछिया पहनने के पीछे क्या है कारण, जानिए
माना जाता है कि घर में पूजा-पाठ करने से नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाती है। लेकिन अगर आप पूजा-पाठ करने जा रहे है तो और कोई नकारात्मक व्यक्ति आपके साथ हो तो पूजा-पाठ में आपका मन नहीं लगता है। जिसके कारण आपको अपनी पूजा का फल नहीं मिलता है। इस बारें में रामकृष्ण परमहंस ने विस्तार से बताया है कि पूजा करते समय या जाते समय किन लोगों से दूर रहना चाहिए।
नास्तिक-
नास्तिक वह लोग होते है जो धर्म और भगवान के प्रति अपना विश्वास नहीं रखते है। जिसके कारण इनके स्वभाव में बुरा बोलना, झूठ बोलना आदि आ जाता है। अगर आप पूजा-पाठ के लिए जाते समय इन लोगों के दर्शन कर लेगे तो आपको मन पूजा करने में नहीं लगेगा। जिससे आप भगवान की सच्चें मन से पूजा नहीं कर पाएगी। इसलिए ऐसे लोगों से दूर रहना चाहिए।
गुस्सैल व्यक्ति-
जो लोग छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करते है। ऐसे लोग इसंना नहीं राक्षस माने जाते है। जिनका मन हमेसा अशांत रहता है। कई कोशिसें करने के बाद भी उन्हें आप नहीं समझा सकते है। इन लोगों के पास रहने से आपके अंदर भी नकारात्मक ऊर्जा आती है जिसके कारण आपके स्वभाव में भी यह प्रवृत्ति आ सकती है। साथ ही ऐसे लोगों के कारण आप भगवान के प्रति के श्रद्धा और ध्यान नहीं केंद्रति कर पाएगे।
अगली स्लाइड में और किन लोगों से दूरी बनाना चाहिए