धर्म डेस्क: हर धर्म के अपने-अपने नियम और कानून होते है। इतना ही नहीं अपने देवी-देवता के दर्शन के लिए कोई खास नियम नहीं होता है। आप भगवान के पास किसी भी हालत और कैसे भी जा सकते है, लेकिन हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारें में बता रहे है। जहां पर भगवान के दर्शन के लिए आपको कुछ नियम मानने होगे। जी हां बैंगलुरु के श्रीराजराजेश्वरी मंदिर में पूजा करने के कुछ नए नियम जारी किए गए हैं। जो कि हर किसी के लिए ड्रेस कोड है। जानिए इन नियमों के बारें में।
इस बारें में मंदिर ट्रस्ट के सदस्य हयाग्रीव अचर कहते हैं कि संस्कृति के पालन के लिए यह जरुरी है। यह कोई नहीं बात नहीं है। उनका कहना है कि हमने नोटिस किया है कि अक्सर युवा पीढ़ी छोटे कपड़ों में मंदिर में प्रवेश करते है। हमने यही कहा है कि मंदिर में ऐसे कपड़े नहीं पहनने है।
इस मंदिर में दर्शन के लिए महिला, पुरुष और 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के लिए अलग-अलम नियम है।
महिलाओं के लिए नियम
इस मंदिर का नियम है कि अगर कोई महिला बाल खोले हुए है तो वह इस मंदिर के अंदर नहीं जा सकती है। जब वह बालों में रबड़ लग लेगी। तभी अंदर जा सकती है। इसके अलावा मदिर परिसर में स्लीवलेस, लो वेस्ट जींस, शॉर्टस, छोटी टीशर्ट और मिनी स्कर्ट पहनकर प्रवेश करने की इजाजत नहीं मिलेगी। इसके बदले उन्हें साड़ी या चूड़ीदार सलवार-कुर्ती के साथ दुपट्टा ओढ़ने पर ही प्रवेश की इजाजत मिलेगी।
पुरुषों के लिए नियम
महिलाओं ही नहीं पुरुषों के लिए भी नियम है। इस नियम के अनुसार पुरुषों को सिर्फ धोती और पैंट पहनकर ही अंदर जाने की अनुमति है। वह जींस-टी शर्ट या बरमूडा पहनकर अंदर नहीं जा सकते है।
18 साल से कम उम्र की बच्चियों के लिए
यहां पर बच्चियों के लिए फुल लेंथ का गाउन पहनकर ही जाने की अनुमति है।