क्या न करें
इस अमावस्या पर शराब और मांस से दूर रहें।
शारीरिक संबंध न बनाएं।
किसी का झूठा भोजन न करें।
बिना नहाए न रहें।
शेव, हेयर और नेल कटींग न करें।
दोपहर में न सोएं।
लहसुन-प्याज जैसी तामसिक चीजें भी न खाएं।
कैसे करें पितृ दोष और कालसर्प दोष की शांति
सोमवती अमावस्या पर सूर्य उदय होने के पहले यानी ब्रह्म मुहूर्त में पीपल के पेड़ पर जल और कच्चा दूध चढ़ाने से पितृदोष की शांति होती है।
सूर्योदय के समय किसी भी पवित्र नदी में कच्चा दूध और पानी मिलाकर बहाएं, इससे पितृदोष में शांति मिलती है।
चांदी के नाग-नागिन बनवा कर उनकी पूजा करें। पूजा करने के बाद शिवलिंग या किसी भी पवित्र नदी में बहा देने से कालसर्प दोष में शांति मिलती है।
सफेद कपड़े में चावल, सफेद मिठाई, चांदी का सिक्का और एक नारियल रखकर खुद पर से 7 बार घुमाकर नदी में बहा देने से कालसर्प दोष शांति होती है।