ज्यादातर लोगों को अपने घर को सजाने का शौक होता है। ऐसे में कुछ लोग मटेरियलिस्टिक चीजें चुनते हैं और कुछ प्राकृतिक। पौधे लगाना प्रकृति के लिए हमेशा से अच्छा माना जाता रहा है। बहुत से पौधे ऐसे होते हैं जिन्हें घर में लगाने से कई तरह का लाभ होता है। ये ना सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। इन्हीं पौधों में से एक है स्नेक प्लांट जो दिखने में तो अच्छा लगता ही है साथ ही हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए भी जाना जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि स्नेक प्लांट हेल्थ के लिए किस तरह से फायदेमंद है। साथ ही ये भी बताएंगे कि आप इस पौधे की देखभाल कैसे कर सकते हैं।
स्नेक प्लांट क्या है?
स्नेक प्लांट एक सामान्य इंडोर प्लांट है जिसे संसेविया ट्रिफसिआटा भी कहा जाता है। इस पौधे की दुनिया भर में लगभग 70 प्रजातियां हैं और सभी सदाबहार हैं। यह मुख्य रूप से एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है। इसके मोटे, नुकीले, तलवार के आकार के 18 इंच तक के पत्ते हो सकते हैं। इसके फूल क्रीम कलर के बहुत ज्यादा खुशबू देने वाले होते हैं। यह देखने में बहुत ही आकर्षक होता है। इसे बढ़ने के लिए बहुत कम पानी की जरूरत होती है।
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घर में स्नेक प्लांट रखने से मिलते हैं ये फायदे
हवा को करता है फिल्टर करता है स्नेक प्लांट
स्नेक प्लांट घर के अंदर की हवा को फिल्टर करने में मदद करता है। इस पौधे की खास बात ये है कि यह उन चुनिंदा पौधों में से एक है जो रात में कार्बन डाइऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल सकते हैं। यही वजह है कि घर की सजावट के लिए ये पौधा बेस्ट ऑप्शन है।
हवा की गुणवत्ता में सुधार करता है स्नेक प्लांट
स्नेक प्लांट टॉक्सिक एयर पोल्यूटेंट्स को हटाने में मदद करने की क्षमता के लिए भी जाना जाता है। ये हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड, बेंजीन, फॉर्मलाडिहाइड, जाइलिन और टोल्यूनि जैसे प्रदूषकों को अब्सॉर्ब कर सकता है। इसके अलावा स्नेक प्लांट एयर एलर्जी के खिलाफ एक प्रभावी बचाव के रूप में भी काम करता है।
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ऐसे करें स्नेक प्लांट की देखभाल
स्नेक प्लांट के देखभाल में भी ज्यादा दिक्कत नहीं होती है। एक बार सिंचाई करके मिट्टी सूखने का इंतजार कीजिए। सूखने के बाद ही पानी डालिए। सर्दियों में महीने में सिर्फ एक बार इन्हें पानी चाहिए होता है। पत्तों पर धूल चिपक जाए तो कपड़ा पानी में भिगोकर इन्हें पोंछ दें। कीट पतंगे इनमें लगते नहीं और ये कम रोशनी में भी रह सकते हैं। समस्या इनका तेजी से बढ़ना है। साल में एक बार इनकी जड़ें छांटने का काम जरूर करें।