इस दिशा की ओर सिर करके सोने पर चुम्बकीय धारा पैरों से प्रवेश करके सिर तक पहुंचती है, जिसकी वजह से मानसिक तनाव बढ़ता है और सुबह जागने पर मन भारी रहता है। अतः उत्तर दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए।
पूर्व दिशा
शास्त्र के अनुसार पूर्व दिशा में सिर करके सोना अच्छा रहता है, जबकि पश्चिम दिशा में सिर करके नहीं सोना चाहिए. पूर्व दिशा में सिर और पश्चिम दिशा में पैर करके सोना स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा होता है। क्योंकि सूरज पूर्व दिशा की ओर से निकलता है और उसकी सबसे पहली किरण पूर्व दिशा में ही देखने को मिलती है. इसीलिए इस दिशा में सिर करके सोने से सुबह की पहली किरण आपके सिर पर आती है और आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होता है, जबकि इस दिशा में पैर करके सोने से आपके मस्तिष्क तक उचित ऊर्जा नहीं पहुंच पाती। इसलिए पूर्व-पश्चिम दिशा में सोते समय अपना सिर पूर्व दिशा में और पैर पश्चिम दिशा में रखने चाहिए।