धर्म डेस्क: धार्मिक नगरी उज्जैन में शुरु होने वाला सिंहस्थ महाकुंभ धीरे-धीरे अपने रंग में रंगना लगा है। इस कुंभ के कुछ ही दिन बचे है। इसी महिने 22 अप्रैल को महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। यहां पर साधु-संतो का जमावड़ा होने लगा है। जो अपनी-अपनी तपस्या में लीन भी होने लगे है। यह महाकुंभ पूरे एक महीने यानी कि 21 मई तक चलेगा। इन दिनों आपको चमत्कार भी देखने को मिलेगे।
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इस महाकुंभ में दुनियाभर के साधु-संत श्रृद्धा की डुबकी लगाएगे। साथ ही तप कर अपने आराध्य को खुश करेगे। इस बार महाकुमभ में कुछ अलग भी है। वह है यहां पर जलाई जाने वाली अगरबत्ती , जो कि 121 फीट लंबी है और 4000 किलो इसका वजन है। यह यहां पर पूरे 45 दिनों तक जलेगी।
जिसके कारण सिंहस्थ में यह अपनी खूशबू बिखेरेगी। यह अगरबत्ती आवाहन आखाड़े के संत भोलागिरी के कैंप में रखी गई है। जिसके पेशवाई के बाद इस विशाल अगरबत्ती को जलाया गया है।
यह अगरबत्ती अपने आप पर खास है। माना जा रहा है कि यह अगरबत्ती दुनिया की सबसे लंबी अगरबत्ती है। यह पूर्णरुप से आयुर्वेदिक जडी-बूटियों से बनी हुई है। जो कि अपनी खूशबू बिखेरकर रोगों को नाश करेगी साथ ही वातावरण को शुद्ध करेगी। जो कि आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।
इस अगरबत्ती को गुजरात के वडोदरा के मालाधारी समाज ने भेजी है जो कि संत भोलागिरी की देखरेख में यहां आई है। इस अगरब्ती को बनाने में कम से कम 3 लाख का खर्च आया है। इस अगरबत्ती को बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य है गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना।
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