मंत्र जाप मम दृढ़ विस्वासा। पंचम भजन सोवदे प्रकासा।
छठ दम सील विरत बहु करमा। निरत विमंतर सज्जन धर्मा।
पांचवी भक्ति-
राम नाम का जाप करना उन पर ही दृढ विश्वास करना ही मनुष्य की पांचवी भक्ति है। जो व्यक्ति राम नाम का जाप करता है उससे जरूर ही मोक्ष मिलता है। इसलिए जीवन में चाहे जितने भी कष्ट आएं उस समय भी दृढ विश्वास के साथ मेरी भक्ति करना चाहिए।
छठी भक्ति है अपनी इंद्रियों को अपने वश में रख कर शील स्वभाव के साथ निरंतर संत पुरूषों की सेवा करना
माना जाता है कि संच लोगों का अपनी इंद्रियों को अपने वश होता है जिससे वह मुझे प्राप्त कर लेते है। इसी तरह कोई साधारण मनुष्य भी अपनी इंद्रियों को अपने वश में करके भक्ति करता है तो उसे मैं जरुर प्राप्त होता हूं।
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