नई दिल्ली: माना जाता है कि अगर भगवान की पूजा और भक्ति सच्चे मन से की जाए तो वह जरुर प्रसन्न होता है। हिंदू धर्म के ग्रंथों में कहा गया है कि अगर भगवान को पाना है तो सच्चे मन और पूरी श्रद्धा के साथ उनकी पूजा करें, लेकिन आज का वक्त देखा जाए तो मानों लोग सिर्फ मतलब के लिए पूजा करते है। भगवान को कुछ लोग तभी याद करते है जब उन्हें कोई समस्या होती है। या फिर कोई बात।
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कुछ लोग मानते है कि हे भगवान आप मेरा या काम कर दो, तो मैं आपको इतनें पैसे का भोग लगाऊगां। भगवान कभी नही चाहते कि उन्हें इतने पैसों का भोग लगें वह तो बस चाहते है कि सच्चें मन से पूजा करो वही उनके लिए काफी है। आज कोई भगवान की भक्ति का सही अर्थ नही बता पाता है कि भक्ति क्या है। इस बारें में श्री राम ने भक्ति के सही लक्षण बताएं कि आखिरकार भक्ति किसे कहते है। जानिए भक्ति के लक्षणों के बारें में।
प्रभु श्री राम ने भक्तों के मन में किसी भी प्रकार का संदेह न रह जाएं इसके लिए श्री राम ने भक्ति के लक्षण बताएं। यह लक्षण श्री राम ने शबरी को बताएं।
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