धर्म डेस्क: आज आश्विन कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि और शनिवार का दिन है, लेकिन चतुर्थी तिथि आज सुबह 08 बजकर 04 मिनट तक ही रहेगी, उसके बाद पंचमी तिथि लग जायेगी। चूंकि श्राद्ध कार्य दोपहर के समय किये जाते हैं और आज दोपहर के समय पंचमी तिथि रहेगी। अतः आज के दिन पंचमी तिथि वालों का, यानी उन लोगों का श्राद्ध कर्म किया जायेगा, जिनका स्वर्गवास किसी भी महीने के कृष्ण या शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को हुआ हो। साथ ही जिनका देहांत अविवाहित अवस्था में, यानी कि शादी से पहले ही हो गया हो, उनका श्राद्ध भी आज ही के दिन किया जायेगा। इस दिन श्राद्ध कर्म करने वाले व्यक्ति को विशेष प्रसाद के रूप में उत्तम लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
आज के दिन कृतिका नक्षत्र भी है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार गरुड़ पुराण में बताया गया है कि कुछ ऐसे नक्षत्र हैं, जिनमें किसी पूर्वज के स्वर्गवास की तिथि के अलावा भी श्राद्ध कार्य करके लाभ उठाया जा सकता है और कृतिका नक्षत्र उन नक्षत्रों में से एक है। (पितृ पक्ष आज से शुरू, जानें श्राद्ध क्या है और श्राद्ध की तिथियां, किस दिन करें किस व्यक्ति का श्राद्ध )
कृतिका के अलावा आप रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, मघा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा और मूल नक्षत्र में श्राद्ध करके भी लाभ उठा सकते हैं। साथ ही पितृदोष से छुटकारा पा सकते हैं। (कुंडली के पितृदोष से है परेशान, तो इन दिनों में नक्षत्र के अनुसार करें श्राद्ध )
आज के दिन कृतिका नक्षत्र में श्राद्ध करके आप पितृदोष से तो छुटकारा पा ही सकते हैं, साथ ही अपनी समस्त इच्छाओं की पूर्ति भी कर सकते हैं। नक्षत्र के अनुसार श्राद्ध के साथ ही उस नक्षत्र का पेड़ लगाना भी बड़ा शुभफलदायी होता है। आज के दिन उस पर्टिक्युलर नक्षत्र का वृक्ष लगाने और उसकी देखभाल करने से आपके सारे काम बनेंगे। कृतिका नक्षत्र का संबंध गूलर के पेड़ से है। अतः आज के दिन श्राद्ध के साथ ही आपको गूलर का पेड़ लगाना चाहिए और उसकी देखभाल करनी चाहिए। कृतिका नक्षत्र देर रात 02:14 तक रहेगा। इसलिए इसी समय के अंदर ये काम निपटा लें।