वाहन, अचल संपत्ति के लिए
महा कपालि संपदे शिरो जटालमस्तु नः|
मनचाहा सीवनसाथी के लिए
प्रकल्पनैकशिल्पिनि त्रिलोचने मतिर्मम ॥7॥
धन प्राप्ति के लिए
कलानिधानबन्धुर: श्रियं जगद् धुरन्धर:।
अकाल मृत्यु से बचने के लिए
गजान्तकान्धकान्तकं तमन्तकान्तकं भजे|