Saturday, December 21, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. लाइफस्टाइल
  3. जीवन मंत्र
  4. 6th Day Of Navratri: नवरात्र के छठे दिन ऐसे करें मां कत्यायनी की पूजा, मंत्र, भोग और आरती

6th Day Of Navratri: नवरात्र के छठे दिन ऐसे करें मां कत्यायनी की पूजा, मंत्र, भोग और आरती

नवरात्र के छठवे दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप मां कत्यायनी की पूजा की जाती है। जानें पूजा विधि, भोग, आरती

Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated : October 03, 2019 13:43 IST
maa katyayani
maa katyayani

नवरात्र के 6वें दिन मां दुर्गा के छठे स्वरूप  मां कत्यायनी की पूजा की जाती है। षष्ठी तिथि 4 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 35 मिनट तक रहेगी। आज के दिन मां दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा की जायेगी। माता कात्यायनी मन की शक्ति की देवी है और आज माता कात्यायनी की उपासना से सभी इन्द्रियों को वश में किया जा सकता है। ऋषि कात्यायन के यहां जन्म लेने के कारण इन्हें कात्यायनी के नाम से जाना जाता है।

मां के इस रूप के प्रगट होने की बड़ी ही अद्भुत कथा है। इसके अनुसार देवी के इसी स्वरूप ने महिषासुर का मर्दन किया था। देवीभाग्वत पुराण के अनुसार देवी के इस स्वरूप की पूजा गृहस्थों और विवाह के इच्छुक लोगों के लिए बहुत ही फलदायी है।

ऐसे कहलाया मां का छठा स्वरुप कत्यायनी

पुराणों के अनुसार मां दुर्गा ने कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया, इस कारण इनका नाम कात्यायनी पड़ गया। मां कात्यायनी अमोद्य फलदायिनी हैं। यह दानवों, असुरों और पापी जीवधारियों का नाश करने वाली देवी कहलाती हैं।

राशिफल 4 अक्टूबर: इन 5 राशियों के जीवन में आएगी खुशहाली, वहीं ये राशियां रहें सतर्क

आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्ल सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन उन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा को ग्रहण कर मां ने दशमी के दिन महिषासुर की वध किया। मां कात्यायनी अमोघ फलदायिनी मानी गई हैं। शिक्षा प्राप्ति के क्षेत्र में प्रयासरत भक्तों को माता की अवश्य उपासना करनी चाहिए।

ऐसा है मां कत्यायनी का स्वरुप
मां कात्यायनी देवी का शरीर सोने के समाना चमकीला है। चार भुजा बाली मां कात्यायनी सिंह पर सवार हैं। उन्होनें एक हाथ में तलवार और दूसरे हाथ में कमल का फूल लेकर सुशोभित है। साथ ही दूसरें दोनों हाथों में वरमुद्रा और अभयमुद्रा में हैं। मां कत्यायनी का वाहन सिंह हैं।  नवरात्र की षष्ठी तिथि के दिन देवी के इसी स्वरूप की पूजा होती है। क्योंकि इसी तिथि में देवी ने जन्म लिया था और महर्षि ने इनकी पूजा की थी।

Navratri 2019: नवरात्र के 9 दिन, मां दुर्गा के 9 स्वरूपों को दें ये 9 भेट

Maa katyayani

Maa katyayani

मां कत्यायनी को भोग
मां को शहद का भोग लगाना शुभ माना जाता है।

ऐसे करें देवी कात्यायनी की पूजा​ विधि
नवरात्र के छठे दिन देवी के पूजन में शहद का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन प्रसाद में शहद का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके प्रभाव से आपको सुंदर रूप प्राप्त होगा। इस दिन सबसे पहले मां कत्यायनी की तस्वीर को लकड़ी की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर स्थापित करें। इसके बाद मां की पूजा उसी तरह करें जैसे कि नवरात्र के पांच दिन आपने की। इसके बाद हाथों में लाल फूल लेकर मां की उपासना इस मंत्र के साथ करें।

चंद्रहासोज्जवलकरा शार्दूलवर वाहना।
कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनि।|

इसके बाद मां को हाथ जोड़कर फूल अर्पित करें तथा मां का षोचशोपचार से पूजन करें और नैवेद्य चढ़ाए और 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
ऊं ऐं हीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।

देवी की कृपा से भक्त की मुराद पूरी होती है और घर में सुख, शांति एवं समृद्धि रहती है। सभी बीमारियों से निजात मिलता है। इसके बाद में आरती करें और फिर प्रसाद ग्रहण करना चाहिए।

मां कत्यायनी की आरती

जय जय अम्बे जय कात्यानी
जय जगमाता जग की महारानी
बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहा वरदाती नाम पुकारा
कई नाम है कई धाम है
यह स्थान भी तो सुखधाम है
हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी
हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भगत है कहते
कत्यानी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की
झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली
ब्रेह्स्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यानी का धरिये
हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी
जो भी माँ को 'चमन' पुकारे
कात्यानी सब कष्ट निवारे

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement
detail