धर्म डेस्क: आज आश्विन कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि और शनिवार का दिन है। द्वादशी तिथि आज शाम 04:40 तक ही रहेगी, उसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जायेगी, जो कि कल दोपहर 02:03 तक रहेगी। हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को प्रदोष व्रत होता है। चूंकि प्रदोष व्रत की पूजा त्रयोदशी तिथि के प्रदोष काल में, यानी रात्रि के पहले प्रहर में, यानी सूर्यास्त के तुरंत बाद के समय में की जाती है और आज के दिन प्रदोष काल के समय त्रयोदशी तिथि रहेगी, जबकि कल के दिन प्रदोष काल के समय त्रयोदशी तिथि नहीं रहेगी। अतः प्रदोष व्रत आज ही के दिन किया जायेगा। साथ ही शनिवार होने से यह शनि प्रदोष व्रत है।
इस दिन भगवान शंकर की पूजा के साथ ही शनि देव की विशेष रूप से पूजा करनी चाहिए। कहते हैं इस दिन जो व्यक्ति व्रत करता है, वह खोये हुए धन की प्राप्ति करता है, उसे अच्छी संतान की प्राप्ति होती है, कर्ज से छुटकारा मिलता है, नौकरी में उन्नति होती है, मुकदमे में जीत होती है, जीवन में सफलता प्राप्त होती है और शनि से मिलने वाले अशुभ प्रभावों में कमी आती है, साथ ही उस व्यक्ति पर शनिदेव की असीम कृपा बनी रहती है। अतः आज शनि प्रदोष व्रत के दिन अपनी राशि अनुसार कौन-से खास उपाय करके आप शुभ फल पा सकते हैं। जानिए इस बारें में आचार्य इंदु प्रकाश से। (अक्टूबर माह में पड़ेंगे नवरात्रि, दशहरा और करवा चौथ जैसे बड़े त्योहार, देखें पूरी लिस्ट )
मेष राशि
आज शनि प्रदोष के दिन आप पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं। वहीं जो लोग संतान प्राप्ति की चाह रखते हैं, उन्हें आज के दिन पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाने के साथ ही एक मिट्टी के दिये में तेल और काले तिल डालकर बाती जलाइये। ऐसा करने से आपकी संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होगी। (Navratri 2018: नवरात्रि में ऐसे करें कलश स्थापना, साथ ही जानें मां शैलपुत्री की पूजा विधि )
वृष राशि
आज के दिन आप तिल का तेल मंदिर में दान करें। वहीं जो लोग अपना स्वास्थ्य बेहतर रखना चाहते हैं, वो आज के दिन कांसे की कटोरी में सरसों का तेल लेकर, उसमें एक चुटकी काले तिल डालकर शनिदेव का दान लेने वाले व्यक्ति, यानी डाकोत को दान कर दें। ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा।
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