Shani Amavasya 2019 : शनि अमावस्या कर्म प्रधान लोगों के लिए विशेष मायने रखती है क्योंकि शनिदेव कर्म के देवता है। इस साल शनि अमावस्या चार मई शनिवार को पड़ रही है। देश के बड़े शनि मंदिरों और शनि धामों में इस दिन के लिए विशेष पूजा और तैयारियां की जा रही है। ऐसे में सामान्य लोगों के लिए भी चार मई का दिन शनिदेव की विशेष कृपा पाने का दिन है।
इस दिन स्नान, दान, पूजा और कुछ विशेष उपाय करने से धन संबंधी क्षेत्र में शनिदेव की कृपा मिलेगी। इस बार शनिदेव नौकरी और रोजगार से जुड़े मसलों से सुलझाएंगे इसलिए इस दिन किए गए विशेष उपाय जातकों को नौकरी में सफलता दिलाएंगे और रुपए पैसे की आगत बढेगी।
अगर आप भी शनिदेव की कृपा पाना चाह रहे हैं तो पद्म पुराण में दिए हुए ये उपाय ध्यान से शनि अमावस्या के दिन इनमें से कुछ एक कर लें तो भी आपकी किस्मत चमक जाएगी।
1. नई नौकरी पाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं तो शनि अमावस्या के दिन सांयकाल में पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल के कम से कम नौ दीपक प्रज्वलित करें। इसके बाद पीपल के पेड़ के उतने ही अनुपात में परिक्रमा करें और शनिदेव से नौकरी परिवर्तन की प्रार्थना करें। इस उपाय से आपको अच्छी नौकरी मिलने के योग बनेंगी।
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2. दरिद्रता दूर करने के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे हैं और कुछ लाभ नहीं दिख रहा है तो इस उपाय को करने से बात बन सकती है। शनि अमावस्या के दिन सुबह नहा धोकर शनि मंदिर जाएं और वहां जाकर शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करें। मंदिर से बाहर आकर काले तिल और काले वस्त्रों का दान करें। सांयकाल काले कपड़े में सिक्के रखकर दान करने से आपकी धन संबंधी समस्या का अंत हो जाएगा।
3. व्यापार में वृद्धि के लिए भी शनि अमावस्या का दिन बेहद लाभकारी है। इस दिन सांयकाल को मंदिर जाकर शनिदेव को काल तिल अर्पित करें और मंदिर में बैठकर ही "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" का जाप करें।
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4. शिक्षा में सफलता पाने के लिए शनि अमावस्या को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और घर लौट आएं। इस दिन चींटियों को आटा खिलाएं और शनिदेव से परीक्षा में सफलता की प्रार्थना करें।
5. अगर बेहद सावधानी बरतने के बावजूद आपके साथ बार बार हादसे हो रहे हैं तो शनिदेव जरूर आप पर कुपित हैं। ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनि अमावस्या का दिन बेहद उपयुक्त है। इस दिन एक बरतन में सरसों का तेल लें और उसमें अपना चेहरा देखकर इस तेल को गरीबों को दान कर दें। नजदीक के शनि मंदिर में जाकर लोहे का छल्ला लें और अपने बाएं हाथ की मध्यमा उंगली में शनि मंत्र का जाप करते हुए पहन लें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं औऱ जातक पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
6. शनिदेव की साढ़ेसाती और ढैया वालों के लिए शनि अमावस्या का दिन बड़ा दिन है। इस दिन की पूजा अर्चना से साढ़े साती और शनि की ढैया से ग्रसित लोग राहत पा सकते हैं और शनिदेव उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं। शनि अमावस्या के दिन शनिदेव की विधिवत पूजा अर्चना करें। शाम को पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और घर आकर कम से कम 11 माला "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" का जाप करें। ऐसे लोगों के लिए सलाह है कि वो शनिवार को नियमित तौर पर शनिदेव का जाप करें जिससे साढ़े साती और ढैया का प्रभाव कम होता है।