दुर्गति से निवारण का उपाय
घर पर शमी, जिसे खेजड़ी भी कहते हैं का पेड़ लाकर गमले में लगाइए और उसके चारों तरफ गमले में काले तिल लगा दीजिये। 'शमी शम्यते पापं', यानी शमी का पेड़ पापों का शमन करता है। इसलिए आज के दिन शमी का पेड़ जरूर लगाएं और उसके आगे सरसों के तेल का दीपक जलाकर 'ऊँ शं यो देवी रभिष्टय आपो भवन्तु पीतये शं योरभि स्रवन्तु नः' मंत्र का जाप करें।
लकवा रोग से निजात दिलाने के लिए
एक सम्पूर्ण काले घोड़े की तलाश कीजिये और आज के दिन उसके मालिक से उस घोड़े की पुरानी घिसी हुई नाल अगर ला सकें तो, वो लाइये और उसका एक कड़ा बनवाइए। जिस किसी को भी परेशानी हो, उसे यह कड़ा पहना दीजिये। जो परेशानी है, वो तो ठीक हो ही जायेगी।
ध्यान रखें ये बात
घोड़े के पैर से चलते-चलते निकली हुई नाल ही प्रयोग में लानी है, उसके पैर से निकालकर लायी गयी नाल आपके लिये किसी तरह से फायदेमंद नहीं होगी। इसलिए चलते-चलते अपने आप निकली घोड़े की नाल का कड़ा ही बनवाना है। और अगर आपको घोड़े की नाल ना मिले तो आप बाजार से घोड़े की नाल खरीदिये और काले घोड़े वाले के घर जाइये। आदर सहित घोड़े के पैर से उस नाल को स्पर्श करवाइए और उसका कड़ा बनवाकर पहनाइए।
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