धर्म डेस्क: भारत एक ऐसा देश है जहां पर कई धर्म और अपने-अपने रीति-रिवाज है। जिसके कारण दुनिया भर में इसे जाना जाता है। इसी भारत देश में ऐसे करोड़ो मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा है जो अपने किसी पहचान या फिर चमत्कार के कारण प्रसिद्ध है।
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वहीं दूसरी ओर एक ऐसा देश है जो जो कभी पुरुष प्रधान देश था और आज महिलाओं को बराबरी के हक की बात की जाती है। हर महिला आज पुरुषों से कदम मिलाकर चलती है। वो उतनी ही शिक्षा ग्रहण कर रह है जितनी एक पुरुष ग्रहण कर रहा है। लेकिन आज भी ऐसी परंपरा हमारे देश में है जिसके कारण वह अपने आप पर ही प्रसिद्ध हो जाता है।
ऐसा ही एक मंदिर है जहां पर महिलाओं को जाना वर्जित है। इस मंदिर को मक्का-मदीना के बाद सबसे बड़े तीर्थ स्थानों में एक माना जाता है। दक्षिण भारत के केरल राज्य में बसा ये मंदिर जिसे श्री अयप्पा मंदिर के नाम से जाना जाता है। जहां पर लाखों भक्त दर्शन करने जाते है, लेकिन इस मंदिर की खास बात है कि इस मंदिर में महिलाओं को प्रवेश नही हैं। चौक गए न, लेकिन ये सच्चाई है। इस मंदिर में 10 साल से छोटी और 50 साल उम्र के ऊपर की ही महिला अंदर जा सकती है।
ऐसा माना जाता है कि श्री अयप्पा ब्रह्मचारी थे। जिसके कारण यहां महिलाओं का आना वर्जित है। इसी कारण जिसे 10 से 50 साल की महिला यहां पर नहीं आ सकती है, क्योंकि 10 साल की उम्र की लड़की को मासिक धर्म की समस्या नहीं होता है साथ ही वह उम्र जब इस समस्य़ा से निजात मिल जाता है वो है 50 साल के ऊपर। इसी कारण यहां पर इसके बीच की उम्र की महिलाएं नहीं आ सकती है। साथ ही इस मंदिर में जात-पात अमीर-गरीब का कोई भेद नही किया जाता। सभी बराबरी के साथ दर्शन कर सकते है।
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