पूरा देश कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका है। ऐसे समय में सभी को घर में रहने की सलाह दी जा रही है। साथ ही लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए कहा जा रहा है ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके। ब्रह्मकुमारी सिस्टर शिवानी इंडिया टीवी के सर्वधर्म सम्मेलन में शामिल हुई और बताया कोरोना हमारे कर्मों का ही परिणाम है।
सिस्टर शिवानी ने बताया कि कोरोना हमारे पूर्व कर्मो का ही नतीजा है। जिस तरह से हम बॉल फेंकते हैं तो वापस आती है वैसे ही जो हमने पास्ट में किया है वो वर्तमान में हो रहा है। अब वर्तमान में जैसा करेंगे वैसा भविष्य में होगा। इसलिए अब भविष्य को बेहतर बनाने का समय है। ये सोचने का नहीं की हमने क्या गलत किया है।
सकारात्मक रहने के और मन को शांत रखने के लिए सिस्टर शिवानी ने बताया सुबह आधा घंटा अध्यात्म की किताबें पढ़िए और फिर 15 मिनट तक मेडिटेशन करिए। सुबह की पढ़ाई बेहद जरूरी है, सुबह जो आप पढ़ते हैं वो कभी नहीं भूलता। इसलिए सुबह उठकर मोबाइल ना चलाएं। कम से कम आधा घंटा मोबाइल ना चलाएं।
सिस्टर शिवानी ने बताया कुछ महीनों के लिए सात्विक भोजन करें। जैसा अन्न खाते हैं वैसा ही मन होता है, इस वक्त मांसाहार का सेवन ना करें। मांसाहार से दूर रहेंगे और सात्विक भोजन करेंगे तो मन शांत रहेगा।