चैत्र कृष्ण पक्ष की उदया तिथि तृतीया और दिन बुधवार है। तृतीया तिथि आज दोपहर 2 बजकर 7 मिनट तक रहेगी, उसके बाद चतुर्थी तिथि शुरू हो जाएगी, जो कल दोपहर पहले 11 बजे तक रहेगी। आज तृतीया तिथि दोपहर 2 बजकर 7 मिनट तक ही रहेगी और उसके बाद चतुर्थी तिथि लग जायेगी और संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत का पारण चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय के बाद ही किया जाता है और चतुर्थी तिथि में चंद्रमा आज ही दिखेगा। लिहाजा आज ही संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत किया जायेगा।
चतुर्थी तिथि का अधिष्ठाता भगवान गणेश है। साथ ही आज बुधवार का दिन भी है और बुधवार को गणेश जी का दिन भी माना जाता है। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत के दिन विघ्नविनाशक, संकटनाशक, प्रथम पूज्नीय श्री गणेश भगवान के लिये व्रत किया जाता है।
आज सुबह 9 बजकर 58 मिनट तक हर्षण योग रहेगा, उसके बाद वज्र योग शुरू हो जायेगा। हर्ष का अर्थ होता है खुशी, प्रसन्नता। लिहाजा इस योग में किए गए कार्य खुशी ही प्रदान करते हैं। वहीं वज्र योग की बात करें तो इस योग में वाहन आदि नहीं खरीदे जाते हैं । इस योग में सोना खरीदने से फायदा नहीं होता और यदि कपड़ा खरीदा जाए तो वह जल्द ही फट जाता है या खराब निकलता है। साथ ही आज सुबह 9 बजकर 45 मिनट तक स्वाती नक्षत्र रहेगा, उसके बाद विशाखा नक्षत्र शुरू हो जायेगा। सत्ताईस नक्षत्रों में से स्वाती 15वां नक्षत्र है। स्वाति नक्षत्र का अर्थ होता है- स्वतः आचरण करने वाला, यानि स्वतंत्र। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए चतुर्थी तिथि में किये जाने वाले उपायों के बारे में।
- अगर काफी दिनों से आपकी मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं चल रही है तो आज भगवान श्री गणेश के आगे घी का एक दीपक जलाकर, विधि-पूर्वक उनकी पूजा करें । साथ ही श्री गणेश के मंत्र का 108 बार जाप करें । मंत्र इस प्रकार है- ऊँ गं गणपतये नमः।
- अगर आपकी सेहत में लगातार उतार-चढ़ाव बने रहते हैं, जिसके चलते आप थोड़े परेशान रहते हैं और अपने काम समय पर नहीं कर पाते, तो आज पांच हल्दी की गांठ लेकर भगवान श्री गणेश के सामने रखें और उनकी विधि-पूर्वक पूजा करें। पूजा समाप्त होने के बाद उन हल्दी की गाठों को किसी चीज़ में बांधकर अपने कपड़ों की अलमारी में रख दें।
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- अगर आपको नौकरी मिलने में किसी प्रकार की परेशानी आ रही है या किसी कारणवश आपका इंटरव्यू क्लीयर नहीं हो पा रहा है, तो आज आप एक कच्चे सूत का लंबा-सा धागा लें और उसे गणेश जी के आगे रखकर “श्री गणेशाय नमः” मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र जप करने के बाद भगवान का आशीर्वाद लेकर उस धागे में सात गांठे बांधकर अपने पास रख लें।
- अगर ऑफिस में आपकी किसी से ज्यादा नहीं बनती और आपको अपने उच्च अधिकारियों की नाराजगी भी सहनी पड़ती है, तो आज आपको स्नान आदि के बाद साफ कपड़े पहनकर श्री गणेश के इस मंत्र का 11 बार जप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है - ऊँ ह्रीं ग्रीं ह्रीं
- अगर आप अपने घर की तिजोरियों को भरना चाहते हैं, तो आज स्नान आदि के बाद ईशान कोण, यानी उत्तर-पूर्व दिशा को अच्छे से साफ करके वहां एक लकड़ी की चौकी बिछाएं । अब थोड़े-से अक्षत, यानी चावल लीजिये और उन चावलों से उस लकड़ी की चौकी पर श्री गणेश की आकृति बनाएं । अब चौकी के ऊपर अक्षत से बने भगवान श्री गणेश की विधि-पूर्वक पूजा करें और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करें। पूजा के 20 मिनट बाद चौकी पर रखे उन चावलों को एक कपड़े मे बांधकर अपनी तिजोरी में रख लें।
- अगर आप रिद्धि-सिद्धि या धन-दौलत आदि पाने की इच्छा रखते हैं, तो आज सुबह स्नान आदि के बाद भगवान गणेश की षोडशोपचार, यानी सोलह सामग्रियों से पूजा करें। जब विधि-पूर्वक आपकी पूजा समाप्त हो जाये, तो भगवान गणेश को मोदक या बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।