धर्म डेस्क: चारों तरफ एक ही शोर मचा हुआ है कि रक्षाबंधन के दिन सुबह 11 बजकर 4 मिनट तक भद्रा रहेगी और इस दौरान बहनें अपने भाईयों को राखी नहीं बांध सकती, लेकिन हम आपको बता दें कि कोई भी अशुभ भाद्रा नहीं है। सभी बहनें अपने भाईयों को इस समय के बीच राखी बांध सकती हैं। जानिए क्यों नहीं है अशुभ भाद्रा और किस मुहूर्त में बांधे भाई को राखी। (Raksha Bandhan 2017: रक्षाबंधन में सिर्फ आपके लिए ही गिफ्ट क्यों, भाई को भी दें स्पेशल गिफ्ट)
इस कारण नहीं है अशुभ भाद्रा
रक्षाबंधन के दिन चन्द्रमा मकर राशि में है और जब चन्द्रमा कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में होता है, तो भद्रा पाताल लोक में होती है और पाताल लोक की भद्रा का पृथ्वी पर कोई असर नहीं होता। जिसके कारण आप सुबह भी अपने भाई को राखी बांध सकती है। (Raksha Bandhan 2017: रक्षाबंधन में बहन को गिफ्ट देने के लिए है ये बेहतरीन ऑप्शन)
जानिए किस समय है चंद्रग्रहण
चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल रात 10 बजकर 52 मिनट पर, मध्य काल रात 11 बजकर 50 मिनट पर और मोक्ष काल 12 बजकर 49 मिनट पर होगा, यानी कि रक्षाबंधन के दिन रात 10 बजकर 52 मिनट पर चन्द्रग्रहण शुरू होगा जो कि 12 बजकर 49 मिनट पर समाप्त होगा। इसका मतलब कि चंद्रग्रहण पूरा 1 घंटे 57 मिनट रहेगा।
सूतक में भी बांध सकते है राखी
ग्रहण के दौरान सूतक के समय का खास ध्यान रखना चाहिए। चन्द्रग्रहण में तीन पहर पहले सूतक लगता है और एक पहर तीन घंटे का होता है, यानी इस ग्रहण का सूतक 7 अगस्त को दोपहर 1 बजकर 52 मिनट पर शुरू होगा। शास्त्रों में माना जाता है कि सूतक के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है कि 1 बजकर 52 मिनट के बाद राखी नहीं बांध सकती है। ऐसा नहीं है आप इस समय भी राखी बांध सकते है। इस बात को शास्त्र में भी कहा गया है।
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